दक्षिण सूडान के उपराष्ट्रपति रिक मचार अपनी धर्शमपत्पनी के साथ शपथ ग्रहण के मौके  पर  22.02.2020 दक्षिण सूडान के उपराष्ट्रपति रिक मचार अपनी धर्शमपत्पनी के साथ शपथ ग्रहण के मौके पर 22.02.2020 

दक्षिण सूडान में नई सरकार के लिये धर्माध्यक्ष ने की प्रार्थना की

दक्षिण सूडान में येई के काथलिक धर्माध्यक्ष एरकोलानो तोम्बे ने काथलिकों से अनुरोध किया है कि वे 22 फरवरी को बनी नई सरकार के लिये प्रार्थना करें ताकि देश के राजनैतिक नेता शांति को मौका प्रदान करें।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

दक्षिण सूडान, शुक्रवार, 28 फरवरी 2020 (रेई, वाटिकन रेडियो): दक्षिण सूडान में येई के काथलिक धर्माध्यक्ष एरकोलानो तोम्बे ने काथलिकों से अनुरोध किया है कि वे 22 फरवरी को बनी नई सरकार के लिये प्रार्थना करें ताकि देश के राजनैतिक नेता शांति को मौका प्रदान करें।

येई स्थित काथलिक रेडियो के हसन अरुण ने वाटिकन न्यूज़ को बताया कि धर्माध्यक्ष ने इस सप्ताह रविवारीय ख्रीस्तयाग के अवसर पर यह अपील की थी।   

नागरिकों को नई सरकार से आशा

2013 के बाद से शुरु हुए क्रूर युद्ध के उपरान्त दक्षिण सूडान के लोगों को आशा है कि नवीन सरकार बनी रहेगी तथा राष्ट्र के हित में काम करेगी। विपक्षी नेता तथा पूर्व विद्रोही दल के नेता रिक मचार प्रथम उपराष्ट्रपति तथा राष्ट्रपति साल्वा कीर के उपाध्यक्ष का पद ग्रहण करने के लिये जूबा पहुँच चुके थे। चार अन्य उपराष्ट्रपतियों में से रिक मचार एक हैं।  2018 के शान्ति समझौते के अनुसार अब संसद में 550 सदस्य होंगे।

क्षमा और प्रार्थना

मचार के शपथ ग्रहण पर राष्ट्रपति कीर ने "युद्ध का आधिकारिक अंत" घोषित किया। उन्होंने कहा कि देश अब एक नई सुबह और नये युग की घोषणा करता है। दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति ने घोषित किया कि अब शांति को कभी भी "विचलित नहीं किया जायेगा"। राष्ट्रपति कीर ने इसी सप्ताह अन्य तीन उपराष्ट्रपतियों से भी मुलाकातें की। सूडान ट्रीब्यून के अनुसार, राष्ट्रपति कीर तथा चारों उपराष्ट्रपतियों ने परस्पर क्षमा याचना की है तथा राष्ट्र के कल्याण के लिये एक दूसरे को क्षमा कर दिया है। उन्होंने दक्षिण सूडान के लोगों से भी क्षमा याचना की तथा उनसे प्रार्थना की अपील की कि नई सरकार राष्ट्र के जर्जर ढाँचे के पुनर्निर्माण में सक्षम बन सके।   

कलीसिया का आग्रह

धर्माध्यक्ष तोम्बे ने आशा व्यक्त की कि युद्ध की समाप्ति तथा नई सरकार के गठन के बाद कृषि पर ध्यान केन्द्रित किया जा सकेगा ताकि लोग अपने-अपने खेतों पर काम कर सकें तथा वर्षा ऋतु के लिये तैयार हो सकें। उनकी यह भी आशा है कि सरकार शीघ्रातिशीघ्र टूटे हुए रास्तों की मरम्मत का काम शुरु करे ताकि आवागमन को गति मिले तथा परित्यक्त योजनाएँ शुरु की जा सकें।

काथलिकों से धर्माध्यक्ष तोम्बे ने सतत् प्रार्थना का आग्रह किया ताकि नवगठित सरकार कायम रहे। ग़ौरतलब है कि 2016 में इसी तरह की सरकार का गठन हुआ था किन्तु रिक मचार के जूबा से भाग जाने के बाद राष्ट्रीय एकता भंग हो गई थी। सन् 2013 के बाद से दक्षिण सूडान की लड़ाई में लगभग चार लाख लोग मारे गये हैं, बीस लाख लोगों ने देश से पलायन कर लिया है तथा अन्य बीस लाख देश के भीतर ही विस्थापित हो गये हैं।       

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28 February 2020, 11:54