भारत के लिए रोम में अंतरधार्मिक प्रार्थना
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
इटली, शनिवार, 22 फरवरी 2020 (वीएन)˸ भारत में विगत कुछ महीनों में सीएए, एनआरसी और एनपीआर लागू किये जाने, अनुच्छेद 370 हटाये जाने तथा विश्वविद्यालयों के छात्रों पर बूरी तरह दबाव डाले जाने के कारण देशभर में डर और चिंता का महौल बना हुआ है।
रोम के प्रसिद्ध ग्रेगोरिन विश्वविद्यालय में आयोजित प्रार्थना सभा की विषयवस्तु थी, "एकता, अखंडता और संविधान के मूल्यों की रक्षा।" प्रार्थना सभा के अंत में प्रतिभागियों ने एक ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर किया, जिसको भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द को सौंपा जायेगा। ज्ञापन की एक प्रति इटली में भारत के राजदूत को भी सौंपी जाएगी।
प्रार्थनासभा में करीब 200 प्रतिभागियों ने भाग लेकर ईश्वर से भारत देश में शांति के लिए प्रार्थना की। प्रार्थना सभा की शुरूआत उपनिषद के श्लोक "अस्तोमा सद्गमय। तमसो मा ज्योतिर्गमय" के पाठ द्वारा की गयी।" प्रार्थना के दौरान बाईबिल, कुरान एवं महा उपनिषद से पाठ पढ़ाकर सुनाया गया एवं उन पर चिंतन किया गया। प्रार्थना के अंत में भारतीय संविधान की प्रस्तावना दुहरायी गयी एवं राष्ट्रगान गाया गया।
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here