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विशाल चीन की नाजुकता को दर्शाता कोरोना वायरस

यद्यपि चीनी सरकार ने 150 अनुभवी सैन्य चिकित्सकों और देश के अन्य हिस्सों से 4,000 चिकित्सकों को हुबेई प्रांत भेजने का फैसला किया है, परंतु उनके लिए सुरक्षात्मक सूट, काले चश्मे, स्वच्छता मास्क नहीं हैं। अबतक 132 मौतें हो गई और अब 6 हजार से अधिक लोग संक्रमित हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रोम, बुधवार 29 जनवरी, 2020 (एशिया न्यूज) : कोरोना वायरस के फैलने को लेकर चीन से जो खबरें आती हैं, उनसे पता चलता है कि विशाल चीन कितना नाजुक हो गया है। कुछ दिनों पहले तक चीन को अपनी आर्थिक उपलब्धियों के लिए और अपनी सैन्य और राजनीतिक शक्ति के लिए प्रसिद्धि हासिल था, अब यह अकुशलता और नाजुकता के साथ महामारी का सामना कर रहा है। 29 जनवरी तक आधिकारिक तौर पर 132 लोगों की मौत हो गई और 13,000 से अधिक संक्रमित हैं, जिनमें से 6000 की पुष्टि हो गई है।

वायरस के खिलाफ लड़ाई में अक्षमता का आरोप वुहान के डॉक्टरों की ओर से है, जिन्होंने अस्पताल के गलियारों में रहने वाले हजारों रोगियों में इस बीमारी की खोज के लिए उपकरणों और टेस्ट किट की कमी की शिकायत की है। अस्पतालों में ये डॉक्टर बड़े धैर्य के साथ घंटों मरीजों की सेवा कर रहे हैं और वे थकावट के कगार पर हैं।

हालाँकि सरकार ने 150 सैन्य अनुभवी डॉक्टरों और देश के अन्य भागों से 4,000 चिकित्सकों को हुबेई प्रांत भेजने का फैसला किया है, परंतु उनके लिए सुरक्षात्मक सूट, काले चश्मे, स्वच्छता मास्क नहीं हैं। ऐसे में इन नए डॉक्टरों की तैनाती अव्यवहारिक है जिन्हें संक्रमित होने का खतरा है।

सुरक्षात्मक सूट की आवश्यकता

यह अनुमान है कि चल रही महामारी में प्रति दिन कम से कम 100 हजार सुरक्षात्मक सूट की आवश्यकता होती है, लेकिन चीन प्रति दिन केवल 30 हजार का उत्पादन करने में सक्षम है। देश में चल रहे ‘चंद्र नव वर्ष’ समारोह के कारण सुरक्षात्मक सूट उत्पादन अब प्रति दिन 15,000 तक गिर गया है। ऐसी संभावना हो सकती है कि दुनिया भर के अन्य हिस्सों से बनाए गए सुरक्षात्मक सूट भेजे जा सकते हैं, लेकिन चीन की संरक्षित अर्थव्यवस्था इन आयातों को आसानी से स्वीकार नहीं करने देगी।

जानकारी की कमी

मुफ्त जानकारी की कमी देश के खिलाफ एक प्रतिगामी बन गई है। वुहान के मेयर झोउ जियानवांग ने दो दिन पहले सूचित किया कि सूचना के नियंत्रण से आपातकाल को संबोधित करने में देरी हुई है। 27 जनवरी को, राष्ट्रीय सीसीटीवी चैनल के साथ एक साक्षात्कार में, झोउ जियानवांग ने स्वीकार किया कि उन्होंने समय पर शहर में कोरोनो वायरस के फैलने की जानकारी का खुलासा नहीं किया, साथ ही उन्होंने अपने काम को बेहतर बनाने के लिए सूचना का प्रभावी ढंग से उपयोग भी नहीं किया।

चीन में सामूहिक समारोहों को बंद कर दिया गया है। बौद्ध मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए। गिरजाघरों में भी रविवारीय मिस्सा और सभी समारोहों को रोक दिया है। परिवारों को घर पर इकट्ठा होने, बाइबिल पढ़ने, रोजरी माला प्रार्थना करने की सलाह दी गई है ताकि वे ईश्वर से, चीन को महामारी से बचाने के लिए प्रार्थना कर सकें।

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29 January 2020, 16:29