खोज

जुलाई 2019 में रोम में फादर जैक्स मौराड जुलाई 2019 में रोम में फादर जैक्स मौराड  कहानी

आइसिस द्वारा बंधक बनाये गये एक पुरोहित की कहानी

फादर जैक्स मौराड सीरिया के काथलिक परोहित हैं। 2015 में, उन्होंने सीरिया में जिहादी आतंकवादियों के बंधक के रूप में पांच महीने बिताए। वे इसे एक आध्यात्मिक अनुभव के रूप में वर्णित करते हैं और कहते हैं कि रोजरी प्रार्थना और जेसुइट फादर पावलो दालओलियो की शिक्षाएँ उसे शांति और शक्ति प्रदान की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

फादर जैक्स एक बेंत के सहारे धीरे-धीरे चलते हैं। रोम में दोपहर की उमस भरी गर्मी में, वे डॉन नोची पुनर्वास केंद्र के बगीचे में हमसे मिलने आते हैं। उसकी लंगड़ाती और धीमी चाल आप बीती कहानी का बयान कर रही है। एक सुन्दर मुस्कान उसके चेहरे को रोशन कर देती है, वही मुस्कान उन्होंने आइसिस आतंकवादियों को भी दिया जिन्होंने 2015 में सीरिया में पांच महीने तक कैदी रखा। फादर जैक्स मौराड एक सीरियाई-काथलिक भठवासी और सीरिया में उनके मूल देश होम्स धर्मप्रांत से पुरोहित हैं। “बंधक बनाये गये मठवासीः जिहादी कैदी का शांति के लिए संघर्ष” (एफेता द्वारा इटली में प्रकाशित),  पुस्तक उनके अपहरण की कहानी है जिसे उन्होंने पत्रकार अमौरी गुइलेम के साथ मिलकर लिखा था। आज वे इराकी कुर्दिस्तान के सुलेमान्या में रहते हैं, ताकि वे अपने देश से आने वाले शरणार्थियों के करीब रह सके। जब वे रोम के डॉन नोची केंद्र में रहते है, तो वे अपनी पीठ की उपचार कराते हैं जो लंबे समय तक हिरासत में रहने के दौरान गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था।

उन्होंने हमसे इताली भाषा में बातें की, जिसे उन्होंने रोम में पुनर्वास के महीनों के दौरान सीखी थी। "मैं हमेशा उन लोगों के साथ रहता हूँ जो मुझे उन महीनों के दौरान मिले थे: कैदी, जिहादी, वे सभी मेरी प्रार्थनाओं और मेरे दिल में हैं। मेरा मानना है कि दयालु ईश्वर हमेशा सभी की मदद करने का एक तरीका ढूंढते हैं और यहां तक कि मुझे बंधक बनाने वाले भी न्याय का सामना कर सकते हैं और पवित्र आत्मा का प्रकाश प्राप्त कर सकते हैं"।

सीरिया के कैराटेयिन में मार एलियान मठ का गिरजाघर
सीरिया के कैराटेयिन में मार एलियान मठ का गिरजाघर

शांति के गवाह होने के कारण बच गए

जेल की हिंसा, उत्पीड़न, अभाव, मनोवैज्ञानिक और शारीरिक यातना के दिनों को याद करने के बजाय, फादर जैक्स 31 अगस्त 2015 को हुए एक चमत्कार को याद करना पसंद करते हैं। उन्हें 21 मई को कैराटेयिन में मार एलियान के मठ से अपहरण कर लिया गया था, जहां वे पल्ली पुरोहित थे। रक्का में पहले तीन महीनों के कारावास के बाद, उसे पामिरा के पास एक जेल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहाँ उसे अपने समुदाय के दो सौ पचास ख्रीस्तीय मिले। जिहादी नेताओं के एक समूह ने उनसे मुलाकात की। "आइसिस के ये पांच लोग मुझे एक छोटे से कमरे में ले गए और उनके नेता ने मुझे कैराटेयिन के ख्रीस्तियों को संबोधित करते हुए आइसिस के नेता खलीफा अल बगदादी का एक बयान पढ़ा। “इस्लामिक स्टेट की शक्ति” यह हम ख्रीस्तियों के लिए कानूनों की एक लंबी श्रृंखला थी। फादर जैक्स ने आश्चर्य किया कि उनके समुदाय को कैराटेयिन वापस ले जाया जाएगा। वहां, वे एक तरह से खुली हवा में जेल में होंगे और भारी प्रतिबंधों के अधीन होंगे। हालांकि, उन्हें पवित्र युखरिस्त समारोह का अनुष्ठान करने की अनुमति होगी। "यह खबर मेरे लिए एक अप्रत्याशित चमत्कार था," "मुझे नहीं लगता था कि मैं फिर कभी युखरिस्त समारोह का अनुष्ठान कर पाउँगा। मेरे लिए यह ईश्वर की दया का एक बड़ा उपहार था। जिहादी नेताओं के साथ बातचीत के दौरान, फादर मौराड ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि उनके समुदाय के ख्रीस्तीय भी अपने घरों में वापस आ जाएंगे। उन्होंने आतंकवादियों से पूछा कि ख़लीफा उन्हें वापस क्यों कैराटेयिन ले जा रहे हैं। "जिहादी प्रमुख ने मुझे बताया क्योंकि हमने, इस समुदाय के ख्रीस्तियों ने मुसलमानों के खिलाफ हथियार नहीं उठाए थे। यह एक जवाब था जिसने मुझे बहुत प्रभावित किया और मुझे बहुत सी बातें समझ में आईं। मैं यह समझ गया कि जो लोग हिंसा का अभ्यास नहीं करने का निर्णय लेते हैं, वे अपनी पसंद से, हथियार उठाने के आदी लोगों के रवैये को बदल सकते हैं। हम ईसाई शांति के गवाह के रूप में  अपने आप को बचा पाये।

आईस हमले से पहले 2015 में मार एलियान में आखिरी क्रूस का रास्ता
आईस हमले से पहले 2015 में मार एलियान में आखिरी क्रूस का रास्ता

इस्लाम के साथ बातचीत

एक काथलिक मठवासी से जिसे इस्लामी आतंकवादियों द्वारा अपहरण और प्रताड़ित किया गया है, यह पूछना उसे उकसाने जैसा लगता है कि क्या उस अनुभव के बाद, वे अभी भी मुसलमानों के साथ बातचीत में विश्वास करते है। फादर जैक्स जेसुइट फादर पावलो दालओलियो के मित्र और आध्यात्मिक शिष्य हैं, जिन्होंने देश में अंतर-धार्मिक संवाद और शांति को बढ़ावा देने के लिए  मार-मूसा समुदाय को शुरु किया। फादर पावलो को 2013 में सीरिया में अपहरण कर लिया गया और तब से उसके बारे कभी भी नहीं सुना गया। परंतु फादर मौराड के लिए, वे हमेशा जीवित है, क्योंकि ईश्वर के लोग, ईश्वर की दया में हमेशा जीवित रहते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, "बातचीत में विश्वास करना एक सिद्धांत है, यह दूसरों के दृष्टिकोण से बंधा नहीं है। इसके अलावा, हम सीरिया के ख्रीस्तीय 1400 से अधिक वर्षों से मुसलमानों के साथ रहते हैं। हमारे पास उनके साथ आम जीवन जीने का इतिहास है। वर्तमान आतंकवाद के पीछे एक राजनीतिक नेटवर्क है जो बुराई करने के लिए सब कुछ का उपयोग करता है। यह सीधे इस्लाम से प्रेरित नहीं बल्कि एक राजनीतिक परियोजना से प्रेरित नेटवर्क है। ख्रीस्तियों के रूप में हमें उस सोच से बचना चाहिए, जिसके अनुसार हर मुसलमान आतंकवादी है। वास्तव में हमारे जीवन में और दूसरों के साथ हमारे संबंधों में अधिक विनम्रता और स्पष्टता की आवश्यकता है। हमें इसे ठीक से जीने के लिए सुसमाचार को गहराई से पढ़ना होगा।"

सीरिया में मार मूसा का मठ
सीरिया में मार मूसा का मठ

रोजरी में ताकत तलाशना

फादर जैक्स ने अपनी बातों को आगे बढ़ते हुए कहा कि जिहादियों द्वारा उनके गले में चाकू रखने और उन्हें धर्म परिवर्तन करने की मांग करने के अनुभव के बावजूद उसने कारावास को आध्यात्मिक विकास के लिए एक असाधारण अवसर कहा। उस दौरान रखी गई डायरी में, उसने प्रार्थना से आई आंतरिक शांति, और शक्ति के बारे में लिखा, "मुझे लगता है कि मैं अपने कारावास में जी रहा था, उसी समय ईश्वर से उपहार मिला।" "मैं उस ताकत और साहस को नहीं भूल सकता जिसने मुझे इन जिहादियों से नज़र मिलाने और उन्हें येसु के प्यार को प्रेषित करने की अनुमति दी। उन स्थितियों में, ईश्वर ने मुझे एक मुस्कान का उपहार दिया, कुछ ऐसा जिसने मेरे कैदियों को कठिनाई में डाल दिया। वे आश्चर्यचकित थे कि एक कैदी के लिए मुस्कुराना कैसे संभव था। मैं समझा नहीं सकता कि मुझे ऐसा करने की ताकत कहां से मिली। ”शारीरिक और मानसिक पीड़ा से भरे उन दिनों में, मैं माता मरियम से विशेष रूप से प्रार्थना करने लगा। जैसे ही मैं रोज़री प्रार्थना करने लगा, हर दर्द, हर डर गायब हो गया। आज भी मैं अपने अपहरण के दौरान खोजे गए सूत्रों के अनुसार, रोज़री प्रार्थना कई बार करता हूँ। "हिरासत के उन लंबे दिनों के दौरान, जब अक्सर मुझे डर लगता था कि मुझे लगता था कि मौत करीब है, तो भी मुझे इस बात से सांत्वना मिलती थी कि पूरी कलीसिया मेरे लिए प्रार्थना कर रही है। मैंने कारावास में अपने दोस्तों की प्रार्थनाओं को महसूस किया। मुझे लगता है कि पूरी कलीसिया की प्रार्थना 'नेटवर्क' थी जिसने उन महीनों में मेरा साथ दिया।”

सीरिया में मार एलियान में पवित्र शुक्रवार की धर्मविधि
सीरिया में मार एलियान में पवित्र शुक्रवार की धर्मविधि

ख्रीस्तियों की दुर्दशा पर मौन

फादर जैक्स सीरियाई शरणार्थियों के लिए चिंतित हैं। उन्हें डर है कि मध्य पूर्व से तेजी से ख्रीस्तीय आबादी पलायन कर रही है, जबकि दुनिया चुपचाप देख रही है। उन्होंने पुष्टि की कि “यह मध्य पूर्व के लिए ख्रीस्तियों के बिना रहना संभव नहीं है। प्रतीकात्मक स्तर पर यह बहुत खतरनाक है क्योंकि यहाँ ख्रीस्तीय धर्म की जड़ें है, मध्य पूर्व के कलीसियाओं के बिना, कलीसिया अपना इतिहास जारी नहीं रख सकता है।”

फादर जैक्स ने कहा, “आज हमारी दो जिम्मेदारियां हैं: पहला यूरोप में या संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने वाले सभी ईसाई शरणार्थियों के प्रति है। एक आधिकारिक वैधानिक संरचना होनी चाहिए जो उनके अस्तित्व में निहित हो"। "दूसरा मध्य पूर्व से ख्रीस्तियों के पलायन पर इस मौन को तोड़ना है। यह हमारे प्राधिधर्माध्यक्षों, धर्माध्यक्षों और पूर्वी कलीसियाओं के प्रमुखों की जिम्मेदारी है, उन्हें अपने लोगों की रक्षा और समर्थन के लिए सब कुछ करना चाहिए। मध्य पूर्व के ख्रीस्तियों के लिए जो किया जा रहा है वह पर्याप्त नहीं है। उन्हें खाने और पीने देने से ज्यादा महत्वपूर्ण उनकी गरिमा को बहाल करना है, उन्हें मार्यादा और गरिमा के साथ जीवन जीने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए।

मार एलियन मठ के गिरजाघर की वेदी
मार एलियन मठ के गिरजाघर की वेदी

 

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

03 January 2020, 11:49