जलवायु परिवर्तन विधेयक पर ऑस्ट्रेलियाई धर्माध्यक्षों का समर्थन
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
ऑस्ट्रेलिया, बृहस्पतिवार, 16 जनवरी 20 (रेई)˸ ऑस्ट्रेलिया के काथलिक धर्माध्यक्षों का कहना है कि वे जलवायु परिवर्तन पर एक राष्ट्रीय रूपरेखा के अनुकूलन और कार्रवाई पर एक प्रस्तावित विधेयक का समर्थन करेंगे।
ऑस्ट्रेलियन काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन द्वारा स्थापित एक पारिस्थितिक एजेंसी काथलिक अर्थकेयर ऑस्ट्रेलिया के एक बयान से संकेत मिलता है कि धर्माध्यक्ष बिल के लिए अपना समर्थन देते हैं, जिसे संसद में प्रस्तुत किया जाना है ताकि बिल को बिना किसी बदलाव के कार्रवाई के लिए प्रस्तुत किया जा सके।
ऑस्ट्रेलिया में विनाशकारी आग ने अब तक 28 लोगों की जान ले ली है, 2,500 से अधिक घरों को नष्ट कर दिया और जंगलों एवं खेत को बुल्गारिया के आकार का बना दिया है। एक अरब से अधिक जानवरों के मारे जाने का अनुमान है और देश के कुछ अद्वितीय वनस्पतियों और पारिस्थितिक तंत्रों को जला कर भस्म कर दिया है।
काथलिक अर्थकेयर निदेशक बेर्नार्ड होल्लैंड ने कहा कि इसी तरह के बिल को अन्य देशों में सफलता पूर्वक पास किये जाने की क्रिया ने कठिन समय में आगे बढ़ने का रास्ता दिखलाया है।
विधेयक, जिसपर वर्तमान में संसदीय परामर्शदाता कार्यालय द्वारा मसौदा तैयार किया जा रहा है, राष्ट्रीय योजनाओं के लिए एक रूपरेखा तैयार करेगा और इसे ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा अद्यतन किया जाएगा एवं प्रगति की निगरानी और रिपोर्ट की जाएगी।
ऑस्ट्रेलियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के पर्यवरण न्याय एवं विकास आयोग के सदस्य धर्माध्यक्ष विंसेंट लॉन्ग ने प्रस्तावित रूपरेखा को बहुत ही सामयिक बताया।
एकात्मता एवं प्रार्थना की मांग
इस माह के आरम्भ में धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने एक वक्तव्य जारी किया है जिसमें उन्होंने आग से प्रभावित लोगों के लिए एकात्मता एवं प्रार्थना की अपील की है। उन्होंने यह भी बताया कि धर्माध्यक्ष आमतौर पर एक पल्ली या धर्मप्रांतीय स्तर पर चुनौतियों का जवाब देते हैं। इस संकट को पूरी कलीसिया के पूरक और समन्वय के लिए एक राष्ट्रीय प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।
उन्होंने सेंट विंसेंट डी पॉल सोसाइटी द्वारा शुरू किए गए एक दान अभियान को अपना समर्थन किया और कहा कि वे व्यापक काथलिक समुदाय से प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य और सामाजिक सेवा एजेंसियों के साथ सहयोग करेंगे।
धर्माध्यक्ष ने कहा कि देशभर में व्यापक और गहरे संबंध के साथ, कलीसिया पूरी यात्रा में उनके साथ चलने के लिए तैयार है, जो सूखे और आग से त्रस्त हैं। उन लोगों एवं परिवारों के लिए प्रार्थना करने, जो आग में खो गए हैं, ताकि सूखी भूमि पर बारिश हो और आग बुझा दे तथा भविष्य में ऐसी आपदाओं को रोकने के लिए हमारे सामान्य घर की देखभाल हेतु तत्काल कार्रवाई हो।
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