टॉरिनपट्टारा के रोमन क्वार्टर का स्टेशन टॉरिनपट्टारा के रोमन क्वार्टर का स्टेशन  कहानी

प्रवासी एकीकरण की कहानी

पिछले कुछ वर्षों में, हजारों लोग मानवीय गलियारों, रबर की नावों या अपने रिश्तेदारों के साथ इटली पहुंचे हैं। आज वे देश के सामाजिक जीवन में बहुमूल्य और आवश्यक योगदान दे रहे हैं और बहुत बार वे, आपके पड़ोस में रहते हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार 10 दिसम्बर 2019 (वाटिकन न्यूज) : इटली में 2.5 मिलियन से अधिक प्रवासी काम कर रहे हैं। उनमें से ज्यादातर होटल, रेस्तरां, कृषि और भवन निर्माण में काम करते हैं और कई, बुजुर्गों और बच्चों की देखभाल करते हैं। वे देश के सामाजिक जीवन में अनमोल योगदान देते हैं, फिर भी, बहुत से इटली वासियों को उनके द्वारा दिए गए मूल्यों का एहसास नहीं होता है। आप उन्हें हर जगह पा सकते हैं कभी-कभी अगले दरवाजे पर भी।

सीरिया के अडमोनःबुजुर्गों की देखभाल करने वाले

अडमोन अल्हबीब
अडमोन अल्हबीब

अडमोन अल्हबीब 20 वर्ष के हैं। उसने 2016 में सीरिया में होम्स के पास अल-क़ारायतन छोड़ दिया, जब विद्रोही सैनिकों और आतंकवादियों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद के प्रति वफादारों को अपने शहर और जमीन से बेदखल कर दिया। शहर से भागते समय उनके पिता का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। अब अडमोन रोम में अध्ययन के साथ-साथ काम भी करते हैं। शाम में, वे एक स्कूल पढ़ने जाते है और दिन के दौरान, वे दो बुजुर्ग लोगों की देखभाल करते हैं। वे संत इजीदियो समुदाय के साथ मिलकर काम करते हैं। हर सप्ताह के अंत वे रोम के संत साबा जिले में सांता मार्गरीता रिटायरमेंट होम में बुजुर्गों से मिलने जाते हैं। वहाँ एडमन को उन लोगों से मिलने का मौका मिलता है जिन्होंने युद्ध के बाद के समय से लेकर आज तक इटली के विकास को देखा और अनुभव किया है।

अडमोन वाल्डेन्सियन चर्च और इतालवी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के कारितास  शाखा, एवांजेलिकल कलीसिया के संघ तथा संत इजीदियो समुदाय के मानवीय गलियारों के माध्यम से इटली पहुंचे। फरवरी 2016  से लगभग 2500 लोग इटली पहुंचे हैं, उनमें से कई सीरिया और हॉर्न ऑफ अफ्रीका के युद्धों से भाग कर आये हैं।

नाव द्वारा भूमध्य सागर को पार करने का प्रयास करने वाले शरणार्थियों को बचाने के लिए मानवीय गलियारों को स्थापित किया गया। इस सागर मार्ग में सैंकड़ों लोगों की मौत हुई, उनमें से कई बच्चे थे। वे मानव तस्करी को रोकने में भी मदद करते हैं। अधिकतर, वे कमजोर लोगों (उत्पीड़न, अत्याचार और हिंसा के शिकार, बच्चों के साथ परिवारों, बुजुर्गों, बीमारों, विकलांगों) को मानवीय वीजा के साथ इटली में कानूनी तौर पर प्रवेश करने में सहायता करते हैं और इसके बाद इटली में शरण पाने के लिए आवेदन करते हैं।

मोनिका बांग्लादेश से: स्थानीय टूर गाइड

मोनिका इस्लाम
मोनिका इस्लाम

मोनिका इस्लाम आगंतुकों को रोम के सबसे सुंदर, विशेषता और सबसे बहुसांस्कृतिक स्थानों से परिचित कराती हैं। वे "वियाज्जी सोलिडाली" नामक संस्था के साथ काम करती हैं। एसीआरए, "वियाज्जी सोलिडाली" और ऑक्सफाम इटालिया यूरोपीय संघ के "माइग्रेंटूर" नेटवर्क है जो यूरोपीय नागरिकों, पर्यटकों और छात्रों को प्रवासियों के नजरिये से यूरोपीय शहरों के रहस्यों को खोजने की व्यवस्था करते हैं, वो राज़ जो स्थानीय लोग भी नहीं जानते। अब तक, परियोजना में पांच इतालवी शहर (ट्यूरिन, मिलान, जेनोआ, फ्लोरेंस और रोम) और चार अन्य यूरोपीय शहर (मार्सिले, पेरिस, वालेंसिया और लिस्बन) शामिल हैं। 2010 के बाद से माध्यमिक विद्यालय के छात्र, उत्सुक नागरिक, विदेशी पर्यटक, पड़ोस के निवासी, समूह और संघों के  हजारों लोगों ने पर्यटन में भाग लिया है।

 मोनिका एक बच्ची के रूप में बांग्लादेश से इटली आई थी। वह तथाकथित "नये इटालियनों" में से एक है। उसकी एकीकरण प्रक्रिया समाप्त हो गई है और अब वह कई संस्कृतियों के अपने ज्ञान का पूरा लाभ उठाती है। रोम के सबसे बहुसांस्कृतिक और बहु-जातीय पड़ोस में से एक, टॉर पिग्नटारा में अमेरिकी विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों के साथ एक दौरे पर हमारी उसके साथ मुलाकात हुई। टॉर पिग्नटारा में विभिन्न परंपराएं, व्यंजन, रंग, धर्म और गंध अद्भुत तरीके से मिलती हैं। टॉर पिग्नटारा द्वितीय विश्व युद्ध से पहले एक लोकप्रिय आवासीय क्षेत्र रहा है। यह भित्ति चित्रों का जिला है, रंग जो संस्कृतियों के बहुरूपदर्शक को दर्शाते हैं जो यहां अपना घर ढूंढते हैं। उदाहरण के लिए, प्राथमिक विद्यालय, "कार्लो पिसाकाने", एकीकरण का एक सटीक मॉडल है।

सुमेला माली से: सांस्कृतिक मध्यस्थ

सुमेला दिवारा
सुमेला दिवारा

माली के सुमेला दिवारा लीबिया से इटली की समुद्री यात्रा के दौरान डूबते हुए जहाज से बच निकले। इस मार्ग में अकसर कई जहाज प्रवासियों के साथ पानी में डूब जाता है।  अब वे किताबें लिखते हैं, एक सांस्कृतिक मध्यस्थ के रूप में कार्य करते हैं और स्कूलों में अपनी कहानी बताते हैं। "फिनेस्त्रे" परियोजना विवादास्पद संवाद, सामुदायिक भवन और सामाजिक रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में प्रवासियों और शरणार्थियों के साथ बैठकों को प्रोत्साहित करती है। इस संदर्भ में, "विदेशी" को अब बाहरी व्यक्ति, समस्या या खतरे के रूप में नहीं माना जाता है, बल्कि किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में जो मानवीय और सांस्कृतिक समृद्धि लाता है।

बमाको में अपनी कानून की डिग्री प्राप्त करने के बाद, सुमेला ने राजनीति में प्रवेश किया। वह विपक्षी दल "सॉलिडेरिटी अफ्रीकन पोर ला डेमोक्रेटी एट ल'इंडपेंडेंस" (एसएडीआई) में शामिल हो गए। 2012 में, उन्हें माली से भागना पड़ा और लीबिया से वर्तमान प्रवास मार्ग का अनुसरण करते हुए, एक रबर की नाव से अन्य लोगों के साथ भूमध्य सागर को पार करने के दौरान नाव पानी में डूबने लगा। ठीक समय पर, एक इतालवी नौसेना की गश्ती नाव ने उसे बचाया और उसे इटली ले आए। 2014 में, उन्हें राजनीतिक शरण दी गई।

आज, सुमेला पूरी तरह से इतालवी समाज में एकीकृत हैं। विशेष रूप से युवा लोगों के साथ, वे उन लोगों की कहानियों को साझा करता है जो धार्मिक या राजनीतिक उत्पीड़न से भागने के लिए मजबूर हैं।

वो और उनके जैसे लोग जानते हैं कि भय और अविश्वास पर काबू पाने की कुंजी समझ और व्यक्तिगत संवाद है।

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10 December 2019, 12:15