झारखंड के मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन शपथ लेते हुए झारखंड के मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन शपथ लेते हुए 

झारखंड के 11वें मुख्य मंत्री के रुप में हेमंत सोरेन ने ली शपथ

भारत के झारखंड राज्य में झामुमो नेता हेमंत सोरेन को रविवार 29 दिसम्बर को राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलायी। साथ ही रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपश ली। श्री हेमंत ने शपथ लेने के बाद ही शाम को अपनी सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रांची, सोमवार 30 दिसम्बर 2019 (प्रभात खबर) : झारखंड के नये मुख्यमंत्री पद शपथ ग्रहण समारोह के लिए रांची के मोरहाबादी मैदान को सजाया गया था। झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने रविवार 29 दिसम्बर को राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें प्रदेश की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलायी।

हेमंत सोरेन के साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और लोहरदगा विधायक रामेश्वर उरांव, पाकुड़ से कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम और चतरा से राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली।

शपथ ग्रहण समारो‍ह के दौरान हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के साथ पिता शिबू सोरेन और माता रूपी सोरेन भी मंच पर मौजूद थे।

ये नेता पहुंचे शपथ ग्रहण में

मंच पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी, राजद नेता तेजस्वी यादव, आप सांसद संजय सिंह, ,कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी,  शरद यादव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा पूर्व केन्द्रीय मंत्री तारीक अनवर, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम माझी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी थे। इनके अलावा भाकपा के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान, राजद के तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह, अब्दुलबारी सिद्दिकी भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रांची पहुंचे थे।

47 सीटों पर गंठबंधन ने दर्ज की जीत

यहां आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव में जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के गठबंधन ने 81 सीटों वाली विधानसभा में 47 सीटों पर जीत दर्ज की है। जिसमें जेएमएम को 30, कांग्रेस को 16 और आरजेडी को 1 सीट पर जीत हासिल हुई। वहीं जेवीएम के 3, एनसीपी और सीपीआई एमएल के 1-1 विधायकों ने जीत हासिल की। इन्होंने गठबंधन को ही अपना समर्थन दिया।

कैबिनेट की पहली बैठक

44 वर्षीय हेमंत सोरेन राज्य में दूसरी बार मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। इसके पहले वह 2013 में कांग्रेस गठबंधन की सरकार में मुख्यमंत्री रह चुके हैं। हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद ही शाम को अपनी सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक की।

मुख्यमंत्री बनते ही मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़े और कड़े फैसले लिये। उनहोंने पत्‍थलगड़ी मामले में देशद्रोह का केस झेल रहे हजारों लोगों को राहत देते हुए मुकदमा वापस लेने का फैसला किया है। इसके साथ ही छह जनवरी से 8 जनवरी तक विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। इसके लिए स्‍टीफन मरांडी को प्रोटेम स्‍पीकर चुना गया। इस सत्र में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। 6 जनवरी को विधायकों का शपथ ग्रहण होगा और 7 को विधानसभा अध्यक्ष का चयन किया जाएगा। 7 को राज्यपाल का अभिभाषण होगा। इस सत्र में वित्तीय वर्ष 19-20 के लिए द्वितीय अनुपूरक बजट पेश होगा।

महत्वपूर्ण फैसले

दैनिक जागरण अनुसार सरकार गठन के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले लिये गये।

1.         मंत्रिपरिषद द्वारा पंचम झारखंड विधानसभा के माननीय सदस्यगण को शपथ या प्रतिज्ञान कराने के लिए भारत के संविधान के अनुच्छेद-180 (1) के अधीन प्रोटेम स्पीकर के रूप में श्री स्टीफन मरांडी, नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्य को नियुक्त करने हेतु अनुशंसा करने का निर्णय लिया गया।

2.         पंचम झारखंड विधानसभा के प्रथम सत्र को दिनांक 06 जनवरी 2020 से 08 जनवरी 2020 तक निम्न औपबंधिक कार्यक्रम अनुसार आहूत करने की स्वीकृति दी गई। 06 जनवरी 2020 को झारखंड विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान। 07 जनवरी 2020 को झारखंड विधानसभा की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन के नियम 8 (I) के अधीन अध्यक्ष का निर्वाचन।

3.         मंत्रिपरिषद के द्वारा झारखंड राज्य में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन को संपन्न कराने के लिए भारत सरकार के निर्वाचन आयोग को धन्यवाद दिया गया।

4.     छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम (सीएनटी एक्ट) एवं संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम (एसपीटी एक्ट) में संशोधन के विरोध करने के फलस्वरूप तथा पत्थलगड़ी करने के क्रम में जिन व्यक्तियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर मुकदमे दायर किए गए हैं, उन्हें वापस लेने का निर्णय लिया गया तथा तदनुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

5.    राज्य सरकार में विभिन्न विभागों में जितनी भी रिक्तियां हैं, उन्हें यथाशीघ्र भरने का निर्देश दिया गया। महिलाओं तथा अवयस्कों के विरुद्ध हो रहे यौन उत्पीड़न एवं अन्य अपराधों के बारे में प्रत्येक जिला में फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन करते हुए न्यायिक पदाधिकारियों के आवश्यक पदों के सृजन करने का निर्णय लिया गया।

6.    सभी जिला के उपायुक्त विभिन्न प्रकार के अनुबंध कर्मियों, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, विभिन्न श्रेणियों के पेंशन भोगियों सभी प्रकार की छात्रवृत्तियां एवं पारा शिक्षकों से संबंधित सभी लंबित भुगतान पूर्ण कराने के लिए प्रखंड तथा पंचायत स्तर पर शिविर लगाकर की कार्रवाई करें।

7.    सभी उपायुक्त यथाशीघ्र अपने-अपने जिलों में गरीब एवं पात्र व्यक्तियों के बीच कंबल, ऊनी टोपी वितरण का कार्य संपन्न करावें। जाड़े से राहत के लिए सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था की जाय।

9.    झारखंड राज्य सरकार के प्रतीक चिन्ह (लोगो) पर विमर्श किया गया। इसे झारखंड राज्य की संस्कृति, परंपरा, इतिहास एवं स्वर्णिम भविष्य के अनुरूप संशोधित करने की आवश्यकता है। इस संबंध में प्रस्ताव आमंत्रित कर इसे नया स्वरूप देने की कार्रवाई की जाय।

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30 December 2019, 16:22