इन्डोनेशिया के सुराबाया में 15 मई 2018 के बम विस्फोट के बाद प्रार्थना   इन्डोनेशिया के सुराबाया में 15 मई 2018 के बम विस्फोट के बाद प्रार्थना  

अन्तरधार्मिक एकता एवं भ्रातृत्व का इन्डोनेशियाई कलीसिया ने किया

विश्व के सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाले देश, इन्डोनेशिया के काथलिक धर्माध्यक्षों ने गुरुवार को अपनी वार्षिक आम सभा के समापन पर एक सन्देश जारी कर अन्तर-धार्मिक भ्रातृत्व एवं सहअस्तित्व को इन्डोनेशियाई समाज में सुदृढ़ करने का प्रण किया है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर -वाटिकन सिटी

जकार्ता, शुक्रवार, 15 नवम्बर 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): विश्व के सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाले देश, इन्डोनेशिया के काथलिक धर्माध्यक्षों ने गुरुवार को अपनी वार्षिक आम सभा के समापन पर एक सन्देश जारी कर अन्तर-धार्मिक भ्रातृत्व एवं सहअस्तित्व को इन्डोनेशियाई समाज में सुदृढ़ करने का प्रण किया है।

बानडूँग में सम्पन्न धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की आम सभा के बाद प्रकाशित सन्देश में धर्माध्यक्षों ने लिखा, "कलीसिया को शांति और परोपकार का प्रसार करना चाहिए, मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए, संवाद, समानता और न्याय को बढ़ावा देना चाहिए, जन-स्वास्थ्य में सुधार लाना चाहिए, वैज्ञानिक विकास पर जागरूकता बढ़ानी चाहिए और विविधता में एकता तथा सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व बनाए रखने का हर सम्भव प्रयास करना चाहिये।"

जकार्ता के कार्डिनल इग्नेशियस सुहार्यो तथा धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के महासचिव बानडुँग के धर्माध्यक्ष अन्तोनियुस सुबियान्तो बेनजामिन द्वारा हस्ताक्षरित सन्देश कई दिनों तक "शांतिपूर्ण इंडोनेशिया के लिए मानव बिरादरी", विषय पर मनन-चिन्तन के बाद प्रकाशित किया गया।

आबू धाबी दस्तावेज़ से प्रेरणा

धर्माध्यक्षों ने, विशेष रूप से, "विश्व शांति और सहअस्तित्व हेतु मानव भाईचारा" शीर्षक से प्रकाशित आबू धाबी दस्तावेज़ पर ध्यान केंद्रित किया। इस दस्तावेज़ पर सन्त पापा फ्राँसिस एवं तथा प्रधान इमाम अहमद एल तैयब ने आबू धाबी में संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किये थे।

"मनुष्यों के बीच भाईचारे को मजबूत करने के अवसरों को खोजने के लिए" धर्माध्यक्षों ने "आबू धाबी दस्तावेज़ के प्रकाश में" इंडोनेशिया में चरमपंथी आंदोलनों के अस्तित्व की जांच की।

भाईचारा और सहअस्तित्व

धर्माध्यक्षों ने लिखा, मानव भाईचारे को अपने सभी आयामों में मानव जीवन में अच्छाई लाना चाहिए क्योंकि अच्छाई विभाजित दिलों को एकजुट करती और व्यक्तियों को एक दूसरे को समझने, एक साथ काम करने और भाइयों की तरह रहने के लिए प्रोत्साहित करती है।  

इंडोनेशिया के धर्माध्यक्षों ने धार्मिक नेताओं, बुद्धिजीवियों, कलाकारों, मीडिया विशेषज्ञों, अर्थशास्त्रियों और सभी लोगों से आग्रह किया कि वे अपने जीवन सम्बन्धी क्षेत्रों में मानव बिरादरी को बढ़ावा दें तथा मानवीय मूल्यों का पुनर्रुद्धार कर जन-कल्याण के तरीकों की खोज करें।

 

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15 November 2019, 11:47