मदर तेरेसा की प्रतिमा मदर तेरेसा की प्रतिमा 

अंतर-धार्मिक वार्ता को बढ़ावा देने हेतु मदर तेरेसा की प्रतिमा

पश्चिम बंगाल के एक धर्मनिरपेक्ष समूह ने धर्मनिरपेक्षता को बनाए रखने के लिए एक गाँव के बाजार में मदर टेरेसा की प्रतिमा स्थापित की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

कोलकाता, बुधवार, 28 अगस्त 2019 (रेई)˸ कोलकाता से 15 किलोमीटर दूर विशूनपुर ब्लॉक स्थित नेपालगंज बाजार में संत मदर तेरेसा के प्रतिमा का उद्घाटन 27 अगस्त को एक अंतर-धार्मिक सभा में किया गया।     

अंतर-धार्मिक संगठन नेपालगंज मोरे बीबासही समिति ने प्रतिमा स्थापित करने की पहल की।

बारूईपुर के धर्माध्यक्ष श्यामल बोस ने अन्य धार्मिक नेताओं के साथ संत मदर तेरेसा की प्रतिमा के अनावरण समारोह में भाग लिया। समिति ने 19वीं सदी के हिन्दू सन्यासी और समाज सुधारक, स्वामी विवेकानन्द को भी हार माला अर्पित किया।

स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा को बाजार में कुछ महीनों पहले स्थापित किया गया है।

बाजार समिति के सचिव सत्य रंजन पांजा ने मैटर्स इंडिया से कहा, "विवेकानन्द के बगल में मदर की प्रातिमा लगाये जाने की जरूरत महसूस हुई। हमने सोचा कि यह उनके 109वें जन्म दिवस के अवसर पर उत्तम होगा।"

उन्होंने बतलाया कि निकटवर्ती लोग सप्ताह में तीन बार तक उस बाजार में ताजी सब्जियाँ और मछली खरीदने जाते हैं।

पांजा ने यह भी गौर किया कि नेपालगंज तेजी से बढ़ रहे कोलकाता शहर के बीच  गाँव के पहलुओं को बनाए रखता है। बाजार में हर सप्ताह हजारों लोग जमा होते हैं जिसमें लोग एक-दूसरे से मुलाकात करते और परिचित भी होते हैं। अतः यह आसपास के गाँवों के लिए न केवल आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है किन्तु सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है।

विवेकानन्द आत्म जगत मंच के अध्यक्ष एवं राम कृष्ण मत के सदस्य हरि गोपाल चक्राबर्ती ने कहा, "इस बाजार के केंद्र में मदर तेरेसा की प्रतिमा स्थापित किया जाना महत्वपूर्ण है। यह लोगों के लिए स्पष्ट संदेश है कि हम हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के लिए खड़े हैं तथा हम सभी धर्मों के बीच शांति को बढ़ावा देते हैं।    

हिन्दू धार्मिक नेता ने गौर किया कि भारत इस समय चुनौतियों का सामना कर रहा है जब चंद समूह सत्ता हथियाना के अपने स्वार्थी मकसदों के लिए, धर्म के नाम पर लोगों के बीच घृणा उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हम दुनिया के इस हिस्से में हमारे बीच इस तरह की भावनाओं को विफल करने के लिए एकजुट हैं।”

नेपालगंज हाट मस्जिद के इमाम सहिदुल्ला खान ने मदर तेरेसा द्वारा मानवता को दिये योगदान की याद करते हुए कहा, "वे हमारे हृदयों में एक माँ के रूप में राज करती हैं और उनके सम्मान के रूप में हमने उनकी प्रतिमा स्थापित किया है जहाँ हजारों लोग हर सप्ताह जमा होते हैं।"  

धर्माध्यक्ष बोस ने मदर तेरेसा के साथ व्यक्तिगत मुलाकात की याद करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द के साथ उनकी प्रतिमा हम सभी लोगों के बीच शांति और एकता का प्रतीक होगा।

रजाबपुर मिशन के जेस्विट फादर पैट्रिक वाल्श ने कहा कि सभी के बीच शांति और एकता को बढ़ावा देने हेतु इस तरह के कई "धर्मनिरपेक्ष और अंतर-धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।"

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

28 August 2019, 16:36