यौन शोषण का शिकार यौन शोषण का शिकार  

यौन शोषण में अक्सर नाबालिग लड़के और लड़कियां पीड़ित

मानव तस्करी के खिलाफ विश्व अंतरराष्ट्रीय दिवस (30 जुलाई) के अवसर पर यूनिसेफ का कहना है कि यौन शोषण में अक्सर 23% नाबालिग लड़के और लड़कियां शामिल हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

न्यूयॉर्क, सोमवार 29 जुलाई, 2019 (रेई) : संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल आपात निधि (यूनिसेफ) ने क याने 30 जुलाई को मानव तस्करी के खिलाफ विश्व अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर याद दिलाया कि यौन शोषण में अक्सर 23% नाबालिग लड़के और लड़कियां पीड़ित हैं।

नाबालिग शोषण की शिकार

यूरोपीय संघ में, तस्करी का सबसे अधिक सूचित रूप यौन शोषण है, जो 95% पंजीकृत पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करने वाली महिलाओं और लड़कियों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है। मानवों की तस्करी पर नवीनतम वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार, कई देशों ने हाल के वर्षों में तस्करी के शिकार लोगों में वृद्धि दर्ज की है, पीड़ितों और तस्करों की पहचान करने की प्रक्रियाओं में सुधार हुई है। यौन शोषण के उद्देश्य से तस्करी में शामिल महिलाओं और लड़कियों को हिंसा और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है। व्यक्तिगत स्वतंत्रता से वंचित होना पड़ता है, उन्हें आर्थिक, शारीरिक कष्ट उठाने पड़ते हैं और कभी-कभी उनका जीवन भी खतरे में रहता है।

महिला शरणार्थी आयोग (डब्ल्यूआरसी) ने पिछले मार्च में इटली में यूनिसेफ के सहयोग से एक रिपोर्ट जारी किया जिसके अनुसार, केंद्रीय भूमध्यसागरीय मार्ग, अभी भी प्रवासियों और शरणार्थियों हेतु यौन हिंसा का एक उच्च जोखिम स्थान है। यौन हिंसा मूल के देशों में एक व्यापक समस्या है,यह समस्या पारगमन देशों में और कभी-कभी प्रवास के लिए आये देशों में शोषण में बदल जाता है।

यौन हिंसा पर पुस्तिका

आज, यूनिसेफ यौन हिंसा के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों का जवाब देने के लिए एक पुस्तिका लॉन्च कर रहा है, एक जटिल घटना जिसे अभिभावकों के बिना विदेशी नाबालिगों की विशिष्ट कमजोरियों को देखते हुए संबोधित किया गया है, वे सबसे कमजोर श्रेणियों में से एक का प्रतिनिधित्व करते हैं।

यूनिसेफ द्वारा इटली में आयोजित युवा प्रवासियों और शरणार्थियों को आवाज देने के लिए यूनीसेफ द्वारा इस्तेमाल किए गए मूव डिजिटल प्लेटफॉर्म पर यू-रिपोर्ट पर किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार: लगभग 20% उत्तर दाता यौन हिंसा के मामले में चिकित्सा या मनोवैज्ञानिक सहायता नहीं चाहते हैं, बल्कि वे स्वयं समस्या का समाधान करेंगे। इसके अतिरिक्त 6% लड़कियों और 14% लड़कों का कहना है कि वे समस्या को अनदेखा करेंगे।

2016 के अंत से, यूनिसेफ ने प्रवासी और शरणार्थी बच्चों और किशोरों का समर्थन करने के लिए इटली में एक कार्यक्रम चलाया है, जिसका उद्देश्य उनकी सुरक्षा और सामाजिक समावेश है। 2018 के बाद से, यूनिसेफ ने अपने संसाधनों का एक हिस्सा लिंग-आधारित और विशेष रूप से यौन, हिंसा में भी लगाया है, जो सहायक सेवाओं और सुरक्षा प्रणालियों को मजबूत बनाने पर केंद्रित एक दोहरे दृष्टिकोण का संयोजन करता है।

यौन हिंसा पर 12 सवालों की पुस्तिका जो बतलाती है कि यौन हिंसा क्या है, इसे कैसे पहचाना जाए, अगर आप हिंसा से बच गए हैं या अन्य बचे लोगों को पर्याप्त रूप से समर्थन करने के लिए क्या करना है। पुस्तिका का उद्देश्य यौन हिंसा पर महत्वपूर्ण जानकारी का प्रसार करना है। पुस्तिका सामग्री, अंग्रेजी, फ्रेंच, इतालवी और अरबी में उपलब्ध है जो लिंक पर मुफ्त में डाउनलोड की जा सकती है:

 https://www.unicef.org/eca/reports/questions-and-answers-about-sexual-violence

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29 July 2019, 17:03