दक्षिणी सूडान के बच्चों की रिहाई दक्षिणी सूडान के बच्चों की रिहाई 

दक्षिणी सूडान के सशस्त्र विपक्षी समूहों से 32 बच्चों की रिहाई

दक्षिण सूडान में सरकार विरोधी आतंकवादी समूहों के चंगुल से 32 बच्चों को मुक्त किया गया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

दक्षिणी सूडान, बृहस्पतिवार, 25 जुलाई 19 (रेई)˸ बच्चे 13 से 17 साल के हैं। उनमें से कई को अपहरण किया गया था अथवा सैनिक दल में भर्ती किया गया था। कई बच्चों ने 2016 से ही अपने माता-पिता को नहीं देखा है। उनका अपहरण सरकार एवं विरोधी दल के बीच विद्धोह पुनः भड़कने के दौरान किया गया था। उन सभी को बाल-सैनिक अथवा दक्षिण सूडान के सशस्त्र विपक्षी समूहों के भीतर अर्धसैनिक के रूप में जबरन काम कराया जाता था।  

बाल-सैनिक

यूनिसेफ के अनुसार बच्चों का औपचारिक रूप से मुक्त किया जाना, पूर्व संयुक्त राज्य में पहली बार हुआ है जो लड़ाई में सबसे कठिन क्षेत्रों में से एक है। दक्षिणी सूडान में 2013 में संघर्ष शुरू होने के समय से यूनिसेफ ने 3,143 लड़के और लड़कियों को सशस्त्र सेना से चंगुल से मुक्त करने में अपना सहयोग दिया है, किन्तु उनका कहना है कि करीब 19,000 बच्चे अब भी विभिन्न सशस्त्र बलों द्वारा देश के युद्धग्रस्त क्षेत्रों में प्रयोग किये जा रहे हैं।

पुनः एकीकरण कार्यक्रम

बुधवार को उनकी रिहाई के बाद, 32 लड़कों को 3 साल के पुनर्निवेश कार्यक्रम में पंजीकृत किया गया, जो यूनिसेफ द्वारा समर्थित है। तत्काल प्रभावी होने वाला यह कार्यक्रम उन्हें मौलिक सहायताएँ जैसे- भोजन, जल, कपड़ा एवं स्वच्छता की सामग्रियाँ प्रदान करेगा। साथ ही साथ, उन्हें औपचारिक या पेशेवर शिक्षाएँ प्रदान करेगा तथा उन्हें उनके दर्दनाक अनुभव के साथ जीने हेतु मनोवैज्ञानिक मदद देगा। कार्यक्रम के दौरान तीन साल तक हरेक को एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा साथ दिया जाएगा।

यूनिसेफ की भूमिका

दक्षिणी सूडान में यूनिसेफ के प्रतिनिधि ने कहा, "सशस्त्र बल में बच्चों का प्रयोग कर लगभग हर बच्चों के अधिकार का हनन किया जाता है। ये बच्चे अपने बचपन से वंचित कर दिये गये हैं और उन खतरनाक चीजों को देखा है जिन्हें किसी भी बच्चे को कभी नहीं दिखाया जाना चाहिए, किन्तु उन्हें भविष्य प्रदान करने में अब भी देर नहीं हुई है। पुनः एकीकरण का कोई अल्प मार्ग नहीं है। यह समय लेता है और इसके लिए कीमत भी चुकानी पड़ती है किन्तु हमने देखा है कि यह बेहतर परिणाम लाता है तथा सशस्त्र बल को वापस लौटने से रोकता है।"

यूनिसेफ ने पुनः एकीकरण कार्यक्रम के लिए सहायता की याचना की है ताकि मुक्त किये गये बच्चों के लिए भविष्य का निर्माण किया जा सके।

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25 July 2019, 16:36