यूएन एजेंसी के साझेदार संगठनों द्वारा सहायता यूएन एजेंसी के साझेदार संगठनों द्वारा सहायता 

मोज़ाम्बिक के लिए 1.2 अरब डॉलर की मदद का संकल्प

तबाही लाने वाले चक्रवाती तूफ़ानों से प्रभावित मोज़ाम्बिक में पुनर्निर्माण कार्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय दानदाताओं ने 1.2 अरब डॉलर की मदद का संकल्प लिया है। बेयरा शहर में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संकल्प सम्मेलन को संबोधित करते हुए यूएन प्रमुख ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र मोज़ाम्बिक को नहीं भूलेगा।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

बेयरा,  सोमवार 3 जून 2019 (यूएन न्यूज) : दो चक्रवाती तूफ़ानों से मोज़ाम्बिक में हुई भारी तबाही के बाद मदद जुटाने के उद्देश्य से बेयरा शहर में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संकल्प सम्मेलन 31 मई से 01 जून तक चला। सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय संगठनों, यूएन एजेंसी के साझेदार संगठनों, निजी क्षेत्र और नागरिक समाज संगठनों के करीब 700 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मोज़ाम्बिक के राष्ट्रपति फ़िलिपे न्युसी और अन्य वरिष्ठ मंत्री भी सम्मेलन में उपस्थित थे।

चक्रवाती तुफानों से बर्बादी

मोज़ाम्बिक में मार्च में आये ‘इडाई’ और अप्रैल में आये ‘कैनेथ’ चक्रवाती तूफ़ानों  से करीब 18 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए थे, सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी। चक्रवाती तूफानों से बेयरा सबसे ज़्यादा प्रभावित शहर था। इस बर्बादी से उबरने के लिए 3.2 अरब डॉलर की सहायता राशि का अनुमान लगाया गया है।

अंतरराष्ट्रीय दानदाताओं से 1.2 अरब डॉलर द्वारा मदद के संकल्प की घोषणा मोज़ाम्बिक के राष्ट्रपति फ़िलिपे न्युसी ने की। संयुक्त राष्ट्र से मिले समर्थन का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे प्रभावित इलाक़ों में लोगों की जानें बचाने में मदद मिली।

यूएन प्रमुख का संबोधन

“संयुक्त राष्ट्र से हमें जो अहम समर्थन मिला उसे हमें नहीं भूलना चाहिए – विशेषकर विश्व खाद्य कार्यक्रम और इंटरनेशनल फ़ेडरेशन ऑफ़ रेड क्रॉस और रेड क्रेसेंट सोसाइटीज़ से जिन्होंने तूफ़ान के तुरंत बाद राहत कार्यों को संभाला।” चक्रवाती तूफ़ान ‘इडाई’ से सबसे ज़्यादा प्रभावित मोज़ाम्बिक के बेयरा शहर में हुआ। संकल्प सम्मेलन में आए प्रतिनिधियों को यूएन प्रमुख ने वीडियो संदेश के ज़रिए संबोधित किया।

अपने संबोधन में यूएन प्रमुख अंतोनियो गुटेरेस ने मोज़ाम्बिक की सरकार और जनता के साथ एकजुटता को दोहराया और उन देशों और संगठनों का धन्यवाद अदा किया जिन्होंने संकट के समय में प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य किया।

तूफ़ान से आई विपदा से लाखों लोगों के घर, रोज़गार के साधन और संपत्ति बर्बाद हो गई और तेज़ बारिश और चक्रवाती हवाओं से देश के बुनियादी ढांचे को भी ज़बरदस्त नुक़सान पहुंचा।

यूएन प्रमुख ने ध्यान दिलाया की प्राकृतिक आपदा के शुरू होने के तुरंत बाद ही संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और साझेदार संगठन राहत सामग्री पहुंचाने और विस्थापितों के लिए शिविरों के इंतज़ाम में जुट गए थे।

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03 June 2019, 16:03