मुम्बई के कार्डिनल ऑस्वर्ल्ड ग्रेशियस मुम्बई के कार्डिनल ऑस्वर्ल्ड ग्रेशियस  

यौन शोषण कवर-अप के दावे पर भारतीय कार्डिनल

मुम्बई महाधर्मप्रान्त ने उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि मुम्बई के कार्डिनल ऑस्वर्ल्ड ग्रेशियस तथा दो अन्य धर्माध्यक्षों के विरुद्ध, बाल शोषण के आरोपी पुरोहित के खिलाफ कार्रवाई न करने के कारण, पुलिस में मामला दर्ज़ किया गया है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

मुम्बई, शुक्रवार, 7 जून 2019 (ऊका न्यूज़.कॉम): मुम्बई महाधर्मप्रान्त ने उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि मुम्बई के कार्डिनल ऑस्वर्ल्ड ग्रेशियस तथा दो अन्य धर्माध्यक्षों के विरुद्ध, बाल शोषण के आरोपी पुरोहित के खिलाफ कार्रवाई न करने के कारण, पुलिस में मामला दर्ज़ किया गया है।  

एफआईआर की रिपोर्ट मनगढ़न्त

मुम्बई महाधर्मप्रान्त के प्रवक्ता फादर निगेल बैरट ने कहा, "कार्डिनल ग्रेशियस और उनके सहयोगी धर्माध्यक्ष डोमिनिक सैवियो और धर्माध्यक्ष जॉन रोड्रिग्स के खिलाफ पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के किसी भी आधिकारिक रिकॉर्ड को हमने नहीं देखा है"।

मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि पुलिस ने कार्डिनल ग्रेशियस एवं उनके दो सहयोगी धर्माध्यक्षों के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज़ की है इसलिये कि उन्होंने एक बच्चे के पिता द्वारा शिकायत के बावजूद, बाल शोषण के आरोपी पुरोहित के खिलाफ, किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की थी।

धर्माध्यक्षों से किसी ने बातचीत नहीं की

"द मिरर" पत्रिका में यह भी कहा गया था कि शोषित बच्चे के माता-पिता ने धर्माध्यक्ष सावियो एवं धर्माध्यक्ष रोडरिग्स से बातचीत की कोशिश की थी जबकि महाधर्मप्रान्त के प्रवक्ता फादर बैरट ने कहा है कि न तो माता-पिता और न ही किसी अन्य व्यक्ति ने इस बारे में धर्माध्यक्षों से बातचीत की थी।  

फादर बैरट ने ऊका न्यूज़.कॉम को बताया कि 30 नवम्बर 2015 को माता-पिता ने कार्डिनल ग्रेशियस को फोन किया था जिसके बाद कार्डिनल महोदय ने माता-पिता से बातचीत कर उन्हें समर्थन का आश्वासन दिया था।

फादर बैरट ने स्पष्ट किया कि कार्डिनल ग्रेशियस से मिलने के कुछ ही घण्टों बाद माता-पिता ने पुरोहित के विरुद्ध पुलिस में मामला दर्ज़ कर दिया इसलिये, उन्होंने कहा, "कार्डिनल पर किसी भी तरह जानबूझकर मामले को उछालने का प्रयास करना सरासर ग़लत है।"

मुम्बई महाधर्मप्रान्तीय पुरोहित फादर लॉरेन्स जॉनसन को 13 वर्षीय एक बालक के विरुद्ध यौन दुराचार के आरोप में गिरफ्तार किया था जो अभी तक पुलिस की हिरासत में है। पुलिस का कहना है कि 27 नवम्बर, 2015 को प्रार्थना समारोह के उपरान्त पुरोहित बालक को एक कमरे में ले गया था जहाँ उसने उसका यौन शोषण किया था।     

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07 June 2019, 11:31