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लीबिया: एमएसएफ युद्ध में फंसे लोगों के लिए चिंतित

सीमा रहित चिकित्सकों ने नागरिकों सहित प्रवासियों और शरणार्थियों की चिंता की, जो लड़ाई वाले क्षेत्रों में फंसे हुए हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

त्रिपोली, मंगलवार, 9 अप्रैल 2019 (रेई) : सीमा रहित चिकित्सकों (एमएसएफ) ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि त्रिपोली में चल रही लड़ाई में फंसे नागरिकों के बारे में वे गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं, जिसमें हिरासत में लिए गए प्रवासियों और शरणार्थियों सहित नागरिक भी शामिल हैं। संघर्ष क्षेत्रों में रहने वाले हजारों लोग शहर के अन्य क्षेत्रों में भाग गए हैं। लेकिन केंद्रों में फंसे प्रवासियों के पास बचने का कोई मौका नहीं है।

त्रिपोली में एमएसएफ परियोजना प्रबंधक क्रेग केन्ज़ी का बयान, “हम त्रिपोली में चल रही लड़ाई में फंसे सभी नागरिकों के बारे में बहुत चिंतित हैं, जिसमें प्रभावित क्षेत्रों या आस-पास के क्षेत्रों में हिरासत में लिए गए प्रवासियों और शरणार्थियों को शामिल किया गया है। यहां तक ​​कि शांत समय में भी, हिरासत केद्रों में रखे गए प्रवासियों और शरणार्थियों को खतरनाक और अपमानजनक परिस्थितियों में मजबूर किया जाता है जो उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। संघर्ष ने इन लोगों को और भी कमजोर बना दिया है।”

हिरासत केन्द्र की स्थिति

ऐन ज़ारा का हिरासत केंद्र, जहां कुछ दिनों पहले संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने शरणार्थियों और प्रवासियों के "पीड़ा और हताशा" पर गौर किया था, इस संघर्ष के बीच लगभग 600 कमजोर लोग शामिल हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। एक अन्य केंद्र से आये सूचना में कहा गया कि कुछ लोग सशस्त्र समूहों के लिए काम करने के लिए मजबूर हैं।

एमएसएफ ने लीबिया में हिरासत में लिए गए सभी शरणार्थियों और प्रवासियों को जल्द से जल्द जोखिम वाले क्षेत्रों से निकालने और उनकी रिहाई, उनकी सुरक्षा और उनकी आवश्यक जरूरतों को पूरा करने का आह्वान किया है।

पिछले सात महीनों में त्रिपोली में तीसरी बार लड़ाई छिड़ी है। केंद्र के कई बंदी यूरोपीय सदस्य राज्यों की नीतियों के कारण हैं, जो लीबिया के तट रक्षक को प्रवासियों और शरणार्थियों को रोकने और लीबिया में वापस लाने के लिए की अनुमति देता है। वर्तमान संघर्ष इस बात को उजागर करता है कि लीबिया एक सुरक्षित आश्रय नहीं है जहां प्रवासियों और शरणार्थियों की सुरक्षा की गारंटी दी जा सकती है।

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09 April 2019, 16:30