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अमरीकी मेक्सिकी सीमा पर जाँच पड़ताल अमरीकी मेक्सिकी सीमा पर जाँच पड़ताल 

काथलिक नेता अमरीकी आप्रवास नीति से सहमत नहीं

संयुक्त राज्य अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्ष अमरीका की आप्रवास नीति से सहमत नहीं हैं। धर्माध्यक्ष अमरीकी प्रशासन की उस आप्रवास नीति का विरोध कर रहे हैं जिसके अधीन प्रतीक्षारत शरणार्थियों को मेक्सिको में ही रहने के लिये बाधित करती है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाशिंगटन, शुक्रवार, 15 मार्च 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): संयुक्त राज्य अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्ष अमरीका की आप्रवास नीति से सहमत नहीं हैं. धर्माध्यक्ष अमरीकी प्रशासन की उस आप्रवास नीति का विरोध कर रहे हैं जिसके अधीन प्रतीक्षारत शरणार्थियों को मेक्सिको में ही रखा जा रहा है. 

अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की आप्रवास समिति के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष जोय वासकेज़ तथा काथलिक राहत सेवा के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष शॉन कालाहान ने काथलिक धर्माध्यक्षों की ओर से 13 मार्च को एक बयान जारी कर संयुक्त राज्य अमरीका की आप्रवास नीति के प्रति असहमति व्यक्त की जो, अमरीकी-मेक्सिकी सीमा पर, शरण मांगनेवालों को प्रतिबंधित करती है.

धर्माध्यक्षों का बयान

धर्माध्यक्षों के बयान में कहा गया, "हम संयुक्त राज्य अमरीका की उस नीति का विरोध करते हैं जो प्रतीक्षारत शरणार्थियों को मेक्सिको में ही रहने के लिये बाधित करती है. अमरीकी प्रशासन से हम भेदभावपूर्ण नीति को उलटने का अनुरोध करते हैं जो, अनावश्यक रूप से , सर्वाधिक कमज़ोर लोगों की पीड़ा को बढ़ाती है और साथ ही अंतरराष्ट्रीय मानदण्डों का उल्लंघन करती है."

लम्बी अदालती प्रक्रिया

प्रथम प्रवासी सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार जब तक शरणार्थियों का मामला अदालत में जारी रहता है तब तक उनके लिये मेक्सिको में रहना अनिवार्य है जबकि अदालती प्रक्रिया में वर्षों लग सकते हैं. पूर्ववर्ती प्रशासनों के समय शरणार्थियों को अदालती प्रक्रिया के दौरान अमरीका में रहने की अनुमति रहा करती थी.    

अमरीकी सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि अब कार्यक्रम का विस्तार कैलेक्सीको स्थित सीमा तक कर दिया जायेगा जो सान दियेगो से लगभग 120 किलो मीटर की दूरी पर है. अमरीका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के अधिकारियों ने बताया कि जब से नीति लागू की गई है तब से 240 शरणार्थियों को मेक्सिको वापस लौटा दिया गया है. उनका अनुमान है कि कार्यक्रम के विस्तार के साथ वापस लौटनेवाले शरणार्थियों की संख्या में काफी वृद्धि हो सकती है.

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15 March 2019, 11:28