भारत-पाकिस्तान सीमा से लगभग 50 किलोमीटर दूर बालाकोट शहर के पास हवाई हमले भारत-पाकिस्तान सीमा से लगभग 50 किलोमीटर दूर बालाकोट शहर के पास हवाई हमले  

युद्ध के संकट के खिलाफ पाकिस्तानी धर्माध्यक्षों की अपील

भारत सरकार ने कहा कि उसने 26 फरवरी को पाकिस्तान के अंदर हवाई हमले किए। हमले के बाद युद्ध के संकट को देखते हुए पाकिस्तानी धर्माध्यक्षों ने शांति वार्ता की अपील की है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

पाकिस्तान, बुधवार, 27 फरवरी 2019 (वाटिकन न्यूज): मंगलवार 26 फरवरी को पाकिस्तान के अंदर एक भारतीय हवाई हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के संकट को देखते हुए पाकिस्तानी धर्माध्यक्षों ने शांति वार्ता की अपील की है।

भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि भारतीय विमानों ने 26 फ़रवरी की सुबह चरमपंथी गुट जैश-ए-मोहम्मद के एक बड़े कैंप पर हमला किया। भारत-पाकिस्तान सीमा से लगभग 50 किलोमीटर दूर बालाकोट शहर के पास हवाई हमले किये गये।

गोखले ने इन हमलों को असैनिक और बचाव में की गई कार्रवाई बताया जिसमें बालाकोट में सबसे बड़े चरपमंथी कैंप पर हमला कर बड़ी संख्या में आत्मघाती हमले के लिए तैयार किए जा रहे चरमपंथियों को मार गिराया। बालाकोट पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह में है, यानि ये इलाक़ा पाकिस्तान में पड़ता है, पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर का हिस्सा नहीं है।

पाकिस्तान ने किसी के हताहत होने से इनकार किया, लेकिन भारतीय कार्रवाई की निंदा की।

विदित हो कि 14 फरवरी को कश्मीर में कम से कम 40 भारतीय अर्धसैनिक बलों के एक आत्मघाती कार बम हमले के बाद से दक्षिण-एशियाई पड़ोसियों के बीच तनाव नाटकीय रूप से बढ़ गया है।

पाकिस्तान स्थित इस्लामी जैश-ए-मोहम्मद समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली।

पाकिस्तान स्थित हैदराबाद के धर्माध्यक्ष सैमसन शुकरदीन ने वाटिकन फीदेस से कहा, "हम कश्मीर में हुए आतंकवादी हमलों की निंदा करते हैं, लेकिन किसी भी सशस्त्र प्रतिक्रिया की भी हम निंदा करते हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि युद्ध को जन्म देने वाले किसी भी कार्य को रोकने हेतु पुरुषों के दिलों को बदल दें। हम भारत और पाकिस्तान के बीच शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।

भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, जो इस समय चुनाव अभियान में भी व्यस्त हैं, उन्होंने कसम खाई कि "देश को निराश नहीं होने देंगे।"

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तानी हताहतों की संख्या के भारतीय दावे की निंदा की है लेकिन चेतावनी दी है कि "भारत ने आक्रामकता के लिए अनियंत्रित किया है, जिसका पाकिस्तान अपने चयन के समय और स्थान पर जवाब देगा।"

धर्माध्यक्ष शुकरदीन ने कहा, "एक दूसरे पर आरोप लगाने और धमकाने के बजाय, दोनों देशों के नेताओं को देश में शांति बनाए रखने को प्राथमिकता देनी चाहिए।"उन्होंने कहा, "हम दोनों देशों के राजनीतिक नेताओं से बातचीत के माध्यम से मौजूदा संकट को हल करने के लिए काम करने का आग्रह करते हैं।"

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27 February 2019, 15:39