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शराब त्रासदी पर काथलिक धर्माध्यक्षों की सहानुभूति

काथलिक कलीसिया के धर्मगुरूओं ने उत्तर प्रदेश एवं उतराखंड में, अवैध शराब के सेवन से होने वाली शोकपूर्ण घटना के लिए दुःख व्यक्त किया है, जिसमें सौ से अधिक लोग मृत्यु के शिकार हो गये हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

अवैध शराब से मौत की घटना के बाद 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश की सरकार ने घटना की विस्तृत जाँच हेतु पाँच सदस्यों की एक समिति गठित की है।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के महासचिव धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेनहास ने काथलिक कलीसिया की ओर से उन सभी परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट की जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।

उन्होंने कहा, "इस त्रासदी का सबसे दुखद हिस्सा यह है कि इसके शिकार हमेशा गरीब अथवा हाशिये पर जीवन यापन करने वाले लोग होते हैं।"

मौत का सिलसिला जारी है इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को पूरी घटना को ये कहते हुए साज़िश बताया है कि पहले से इसी तरह के ज़हरीली शराब व्यापार में समाजवादी पार्टी के कुछ नेता शामिल रहे हैं।

योगी सरकार ने मृतकों के लिए 2 लाख रूपये और विभिन्न अस्पतालों में इलाज कर रहे लोगों के लिए 50 हजार रूपये देने की घोषणा की है।

पुलिस ने इस घटना में राज्य और इसके आसपास के कुल 215 लोगों को अवैध शराब उत्पादन में शामिल होने की अशंका व्यक्त करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया है।

उत्तर प्रदेश में आगरा के महाधर्माध्यक्ष अल्बर्ट डी सूजा ने कहा कि यह एक "टालने योग्य दुर्घटना थी।"उन्होंने कहा कि लोगों को नकली शराब के खिलाफ सतर्क रहना और सरकारी एजेंसियों को इसके उत्पादन और वितरण पर एक टैग लगाना चाहिए था।

उत्तर प्रदेश स्थित बिजनोर धर्मप्रांत के फादर जोश अलूकाल ने कहा कि राज्य की हालिया घटनाओं में यह सबसे खराब दुर्घटना है।

स्थानीय स्रोतों का हवाला देते हुए फादर ने कहा कि ज्यादातर मामलों में उन स्थानों पर नकली शराब की आपूर्ति की गई थी, जहां ज्यादातर गरीब लोग जाते हैं।

उन्होंने कहा कि त्रासदी लोगों को सार्वजनिक जगहों से उनके खाने पीने पर ध्यान देने के प्रति सचेत करता है।

विपक्ष पार्टी कॉन्ग्रेस की नेता प्रियंका गाँधी वाड्रा ने पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की है। उन्होंने सरकार से उन परिवारों के लिए नौकरी भी देने की अपील की है। बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने संघीय जांच की मांग की है।

बीबीसी के अनुसार उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को मिलाकर ज़हरीली शराब पीकर मरनेवालों की संख्या अब 114 पहुंच गई है।

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12 February 2019, 15:48