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यमन में भारी भूखमरी यमन में भारी भूखमरी  

यमन में भूखों के मुंह से खाना छीन रहे हैं विद्रोही

यमन में राहत सामग्री पहुंचा रहे विश्व खाद्य कार्यक्रम एजेंसी ने हूती विद्रोहियों से कहा है कि वो अपने कब्ज़े वाले इलाक़ों में ज़रूरतमंदों तक खाद्य सामग्री पहुंचने दें।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

सना, बुधवार 02 जनवरी 2019 (यूएन समाचार) : संयुक्त राष्ट्र की विश्व खाद्य कार्यक्रम एजेंसी के एक सर्वे के मुताबिक़ राजधानी सना के लोगों तक उनके हिस्से की ज़रूरी राहत सामग्री नहीं पहुंच सकी है। एजेंसी का कहना है कि जिन इलाक़ों में खाद्य सामग्री बांटी जा रही थी वहां से इसे ज़बरदस्ती हटाकर या तो खुले बाज़ार में बेचा जा रहा है या फिर उन लोगों को दिया जा रहा है जो इसके सही हक़दार नहीं है।

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार यमन में दो करोड़ लोग खाद्य संकट झेल रहे हैं और इनमें से एक करोड़ को ये भी नहीं मालूम कि उन्हें अगले वक़्त का खाना मिल पाएगा भी या नहीं।

राहत सामग्री बांटने में गड़बड़ी

हूती विद्रोहियों के देश के अधिकतर पश्चिमी हिस्सों पर नियंत्रण करने और सऊदी अरब समर्थित राष्ट्रपति मंसूर हादी को देश छोड़कर भागने पर मजबूर करने के बाद सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन ने यमन के युद्ध में हस्तक्षेप किया था। इसके बाद से यमन के हालात और बिगड़ते होते चले गए। अब तक की लड़ाई में कम से कम 6,800 आम नागरिक मारे गए हैं और 10,700 से अधिक घायल हुए हैं। इसके अलावा हजारों नागरिकों की मौत ऐसे कारणों से हुई है जिन्हें रोका जा सकता था। इनमें कुपोषण, बीमारी और भुखमरी शामिल हैं।

विश्व खाद्य कार्यक्रम का कहना है कि हाल के महीनों में की गई समीक्षा में खाद्य सामग्री के बंटवारे में गड़बड़ी सामने आई है। राजधानी सना के खुले बाज़ार में राहत सामग्री बिकने की रिपोर्टें भी आ रहीं थीं।

एजेंसी के मुताबिक़ खाद्य सामग्री बांटने के काम में सहायता कर रही एक एजेंसी घोटाला कर रही थी। ये संस्था हूती विद्रोहियों के शिक्षा मंत्रालय से जुड़ी हुई है।

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02 January 2019, 15:26