इटली के राष्ट्रपति सेरजियो मात्तारेल्ला इटली के राष्ट्रपति सेरजियो मात्तारेल्ला 

इताली राष्ट्रपति ने भेजा सन्त पापा को सन्देश

काथलिक कलीसिया द्वारा घोषित 52 वें विश्व शांति दिवस के उपलक्ष्य में इटली के राष्ट्रपति सेरजियो मात्तारेल्ला ने सन्त पापा फ्राँसिस को एक सन्देश भेजा है जिसमें वे लिखते हैं, "अच्छी राजनीति शांति की सेवा में होती है", शांति दिवस के लिये इस वर्ष सन्त पापा द्वारा चुना गया विषय, राजनीति में सेवारत समस्त लोगों को जनकल्याण, मानव के मूलभूत अधिकारों की रक्षा तथा लोगों के बीच मैत्री और सामंजस्य के प्रोत्साहन हेतु प्रेरणा प्रदान करता है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 1 जनवरी 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): काथलिक कलीसिया द्वारा घोषित 52 वें विश्व शांति दिवस के उपलक्ष्य में इटली के राष्ट्रपति सेरजियो मात्तारेल्ला ने सन्त पापा फ्राँसिस को एक सन्देश भेजा है. इस सन्देश में राष्ट्रपति मात्तारेल्ला कहते हैं, "अच्छी राजनीति शांति की सेवा में होती है", शांति दिवस के लिये इस वर्ष सन्त पापा द्वारा चुना गया विषय, राजनीति में सेवारत समस्त लोगों को जनकल्याण, मानव के मूलभूत अधिकारों की रक्षा तथा लोगों के बीच मैत्री और सामंजस्य के प्रोत्साहन हेतु प्रेरणा प्रदान करता है.

52 वें विश्व शांति दिवस हेतु सन्त पापा का सन्देश तर्कसंगत

सन्त पापा फ्राँसिस को सम्बोधित सन्देश में राष्ट्रपति ने लिखा, "मैं आपके संदेश की प्रेरणा से पूरी तरह से सहमत हूँ जो स्पष्ट रूप से अच्छे राजनेता और सार्वजनिक कार्रवाई के पतन के बीच अंतर की रेखा को बताता है. यह हमें, व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से यह सुनिश्चित करने के लिए अग्रसर करता है कि सह-अस्तित्व एवं शांति निर्माण हेतु हमारे कार्य भूल-चूक और अन्धाधुन्धपन से दूर रहें ".

उन्होंने लिखा, "साथ ही इस वर्ष का विषय यह भी स्मरण दिलाता है कि राजनीतिक ज़िम्मेदारी सभी नागरिकों को सौंपी जाती है, जिनकी भागीदारी के बिना मजबूत और महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक संस्थानों का निर्माण संभव नहीं है."

सन्त पापा फ्राँसिस का सन्देश है सरकारों का मार्गदर्शक

राष्ट्रपति ने लिखा, "स्वस्थ राजनीति, जो संवाद को प्रोत्साहित करती, युवा लोगों की भागीदारी को प्रेरित करती और समाज के प्रत्येक सदस्य के योगदान को बढ़ाती है वही आदर्श क्षितिज है जिसमें अच्छे शासक की ठोस कार्रवाई साकार होती है. ऐसा राजनीतिज्ञ, जैसा कि सन्त पापा फ्राँसिस कहते हैं, धन्य है क्योंकि उसके लक्ष्यों में ईमानदारी है, वह अन्यों को सुनने में सक्षम है तथा वह ऐसे अनुसन्धान करने का साहस रखता हो जो न्याय, समानता, परस्पर सम्मान तथा शांति के निर्माण में योगदान दे सके. "

राष्ट्रपति मात्तारेल्ला ने कहा कि विश्व शांति दिवस हेतु प्रकाशित सन्त पापा फ्राँसिस का सन्देश विश्व के कोने -कोने की प्रत्येक सरकार के लिये तर्कसंगत है भले ही वह विश्वासी अथवा ग़ैरविश्वासी ही क्यों न हो. पृषस पृष्ठभूमि में सार्वभौमिक मानवाधिकारों की सुरक्षा समस्त सरकारों का दायित्व है. उन्होंने लिखा कि सन्त पापा के साथ मिलकर वे सरकारों से कहना चाहते हैं कि "ज़िम्मेदार और दूरदर्शी राजनीति भय को प्रश्रय नहीं देती, वह राष्ट्रवाद, ज़ेनोफ़ोबिया, नस्लगत हिंसा और भ्रातृघातक युद्ध के लिए कोई जगह नहीं छोड़ती अपितु, सबके कल्याण हेतु क्रियाशील रहती है ".

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01 January 2019, 11:50