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41वें यूरोपीय युवा सम्मेलन को संत पापा का संदेश

तेजे समुदाय द्वारा आयोजित 41वें यूरोपीय युवा सम्मेलन को संत पापा फ्राँसिस ने संदेश प्रेषित कर कहा कि वे अतिथि-सत्कार को न भूलें। सम्मेलन, स्पेन के मडरिड में 28 दिसम्बर से 1 जनवरी तक आयोजित किया गया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 27 दिसम्बर 2018 (रेई)˸ तेजे समुदाय द्वारा आयोजित 41वें यूरोपीय युवा सम्मेलन को संत पापा फ्राँसिस ने संदेश प्रेषित कर कहा कि वे अतिथ्य को न भूलें। सम्मेलन, स्पेन के मडरिड में 28 दिसम्बर से 1 जनवरी तक आयोजित किया गया है। जिसकी विषयवस्तु है "आइये, हम अतिथ्य को न भूलें।" सम्मेलन में 15 हजार युवाओं के भाग लेने की उम्मीद की जा रही है जिनका स्वागत मडरिड के 170 पल्लियों के हजारों परिवारों के लोग करेंगे।

वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने संत पापा फ्राँसिस की ओर से एक पत्र प्रेषित कर सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा, "समस्त यूरोप तथा अन्य महादेशों से आप मडरिड में आयोजित 41वें सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं। आप निमंत्रित किये गये हैं ताकि "आप अतिथ्य को न भूल जाएँ।" यही विषयवस्तु है जो आपके चिंतन एवं प्रार्थनाओं को प्रेरित करेगा। संत पापा आपको अपना आध्यात्मिक सामीप्य प्रदान करना चाहते हैं। विगत दिनों, रोम में युवाओं पर धर्माध्यक्षीय सम्मेलन पर ध्यान देते हुए वे कहना चाहते हैं कि सभी कलीसियाओं के साथ वे उन पर विश्वास करते हैं।"

कार्डिनल ने लिखा कि संत पापा उन्हें धन्यवाद देना चाहते हैं क्योंकि वे सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं उन्होंने मुलाकात की संस्कृति विकसित करने और उसे ठोस रूप में प्रकट करने हेतु प्रभु एवं उनके वचनों के लिए अपना हृदय द्वार खोला है।   

संत पापा ने प्रोत्साहन दिया है कि वे मुलाकात, मित्रता, एक साथ स्वपन देखने एवं आगे बढ़ने की खुशी को कभी फीका होने न दें। सच्चे ख्रीस्तीय दूसरों के सामने खुला होने, अपनी बातों को एक-दूसरे को साक्षा करने तथा भाईचारा का संबंध स्थापित करने से नहीं डरते। अतः वे निमंत्रण देते हैं कि वे अपने जीवन में प्रभु के लिए जगह दें तथा प्रभु के साथ मित्रता स्थापित करें जिसके द्वारा उदार सत्कार का साथ जीना संभव है, दूसरों की भिन्नताओं से सीखें तथा कलीसियाओं, धर्मों एवं लोगों के बीच सेतु का निर्माण करने के लिए अपनी क्षमताओं का विकास करें।

संत पापा ने प्रोटेस्टंट, काथलिक एवं ऑर्थोडॉक्स युवाओं के लिए प्रार्थना की है कि पवित्र आत्मा उन्हें सहायता दे ताकि वे ईश्वर पर भरोसा में बढ़ सकें जो हमारा स्वागत करते और हमें प्रेम करते हैं।

संत पापा ने प्रोत्साहन दिया है कि ईश्वर की कृपा से विश्वास में वे अपने से बड़े भाई-बहनों की सहायता करें तथा अपनी क्षमताओं एवं ऊर्जा का प्रयोग करें ताकि विश्व को बेहतर बनाया जा सके। जिससे कि हरेक व्यक्ति को बृहद मानव परिवार में स्थान मिल सके। उन्होंने प्रोत्साहन दिया कि वे सत्कार की चुनौती का सामना करें, खासकर, घायल मानवता, बहिष्कृत, वंचित, तिरस्कृत, छोटे एवं गरीब लोगों के करीब रहें।  

संत पापा ने युवाओं को माता मरियम के आदर्शों पर चलते हुए प्रभु द्वारा आनन्द से भरने हेतु प्रेरित किया तथा उन्हें अपना आशीर्वाद दिया।

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27 December 2018, 15:59