ऑस्ट्रिया में क्रिसमस महापर्व का एक दृश्य ऑस्ट्रिया में क्रिसमस महापर्व का एक दृश्य 

ऑस्ट्रिया ने साइलेंट नाइट की 200 वीं वर्षगांठ मनाई

ऑस्ट्रिया में विख्यात क्रिसमस गीत "साइलेंट नाइट" की दूसरी शताब्दी मनाई जा रही है। क्रिसमस महापर्व के समारोहों के लिये निर्णायक बना, येसु के जन्म से संलग्न यह शांति गीत सार्वजनिक तौर पर सबसे पहली बार ऑस्ट्रिया में सन् 1818 के दिसम्बर माह में गाया गया था।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

ऑस्ट्रिया, वियेन्ना, शुक्रवार, 28 दिसम्बर 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): ऑस्ट्रिया में, विख्यात क्रिसमस गीत "साइलेंट नाइट" की, दूसरी शताब्दी मनाई जा रही है. क्रिसमस महापर्व के समारोहों के लिये निर्णायक बना, येसु के जन्म से संलग्न यह शांति गीत सार्वजनिक तौर पर सबसे पहली बार ऑस्ट्रिया में सन् 1818 के दिसम्बर माह में गाया गया था.

"साइलेंट नाइट" की पृष्ठभूमि

साइलेंट नाइट" के शब्द ऑस्ट्रिया के साल्सबुर्ग प्रान्त स्थित मरियाफार पल्ली के काथलिक पुरोहित फादर जोसफ मोर द्वारा रचे गये थे. यह वह क्रिसमस गीत है जो कुछ समय के लिये प्रथम विश्व युद्ध एवं अन्य सशस्त्र संघर्षों के कोलाहल को शान्त करने में सक्षम बना था.

1818 ई. जो फादर जोसफ मोर का स्थानान्तरण मरियाफार से ओबनडोर्फ कर दिया गया था. यहाँ उन्होंने स्थानीय स्कूल टीचर एवं ऑरगन वादक फ्राँस ज़ेवियर ग्रूबेर से अपनी कविता को संगीत में ढालने का अनुरोध किया था.   

"साइलेंट नाइट" मयूज़ियम

आज भी ऑस्ट्रिया के "साइलेंट नाइट" मयूज़ियम में उस गिटार को देखा जा सकता है जिसे फादर जोसफ मोर ने 1818 के 24 दिसम्बर को बजाकर "साइलेंट नाइट" गीत गाया था. संग्रहालय के निर्देशक ने पत्रकारों को बताया कि क्रिसमस की पूर्व सन्ध्या से एक दिन पहले चूहों ने ऑरगन को नष्ट कर डाला था इसलिये उन्हें ऑरगन कि जगह गिटार बजानी पड़ी. मूल गीत जर्मन भाषा में रचा गया था जिसके आज कम से कम विश्व की 300 भाषा में अनुवाद उपलब्ध हैं.

ऑस्ट्रिया के यूनेस्को आयोग ने "साइलेंट नाइट" क्रिसमस गीत को सांस्कृतिक धरोहर का खिताब प्रदान किया है. यह गीत कठिनाई और युद्ध के दौर में  खास शब्दों जैसे "साइलेंट नाइट", पवित्र रात, ईश पुत्र प्रेम के प्रकाश आदि द्वारा लोगों को सान्तवना प्रदान करने का अनुपम माध्यम बना है.

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28 December 2018, 11:25