पाकिस्तान का एक सुरक्षा बल पाकिस्तान का एक सुरक्षा बल 

पाकिस्तान पुलिस द्वारा ख्रीस्तियों को आतंकी हमले की चेतावनी

पाकिस्तान पुलिस ने सभी ख्रीस्तीय संस्थानों के नाम एक सचेत पत्र निर्गत करते हुए उन्हें उग्रवादी हमले से सतर्क किया है।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

फिदेस समाचार ने बतलाया कि लाहौर पुलिस ने ख्रीस्तीय संस्थानों को पत्र भेजा है जिसमें इस बात की चर्चा की गई है कि आने वाले दिनों में उन पर आक्रमण हो सकते हैं। यह घोषणा आसिया बीबी के जमानत के विरोध में उग्रवादी संगठनों "तेहरिक-ए-तालिबान पाकिस्तान" और "जमात-उल-अहरार" से किया गया है।

विदित हो कि आसिया बीबी पर लगाये गये ईशनिंदा के अरोप को पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया और आसिया बीबी को 31 अक्टूबर को बइज्जात बरी कर दिया। इस संदर्भ में लाहौर की पुलिस ने सभी ख्रीस्तीय संस्थानों और गिरजाघरों से आग्रह किया है कि वे अपने में “सतर्कता बरते” और अपनी सुरक्षा हेतु पुलिस को सदैव सूचना प्रदान करते रहें।

पाकिस्तान के पेशावर में “पाकिस्तान की कलीसिया” के अधिकारी धर्माध्यक्ष हैम्फेरी पिटर्स, एंगलीकन पादरी ने फिदेस समाचार को बतलाया कि पुलिस ने उन्होंने इस बात का आश्वासन दिया है कि वे कलीसिया को सभी तरह की सुरक्षा मुहैया करने का प्रयास करेंगे। “यह कलीसिया के लिए एक विकट परिस्थिति है। पाकिस्तान की कलीसिया पुलिस सुरक्षा बलों पर आश्रित है।” उन्होंने कहा कि हम अपनी ओर से अपने कार्यों को यथावत जारी रखेंगे और सरकार के नियम कानूनों का विधिवत अनुपालन करेंगे।

ख्रीस्तीय लोकधर्मी “येसु जीवन टी.वी.” के उप-सभापति आदील पतरस चौधरी ने फिदेस समाचार से कहा, “ख्रीस्तियों को अपने समारोहों, धारणा प्रदर्शनों और ख्रीस्त जयंती के आयोजनों में बड़ी सतर्कता की जरुरत है। हम विश्वासियों के साथ-साथ सुरक्षा बलों के लिए भी प्रार्थना करते हैं जो समय की संवेदनशीलता को देखते हुए हमारी चिंता करते हैं।”

काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सामाजिक संचार आयोग के कार्यकारी सचिव पुरोहित कैसर फिरोज ने फिदेस समाचार को बतलाया कि सर्वोच्च न्यायालय ने आसिया बीबी के संदर्भ में न्याय और सच्चाई को घोषित किया है जहाँ एक निर्दोष सलाखों के पीछे बंद थी। हम आशा करते हैं कि वह अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवनयापन कर सके। देश के सभी नागरिकों को चाहिए कि वे देश की भलाई हेतु अपने देश के नियम और कानून का सम्मान करें।

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19 November 2018, 17:04