मेक्सिको के विस्थापित मेक्सिको के विस्थापित 

नष्ट करने की संस्कृति, आज के विश्व की महामारी

संत पापा फ्राँसिस ने मेक्सिको में विस्थापन पर 2 से 4 नवम्बर तक, आठवें विश्व सामाजिक मंच को प्रेषित संदेश में "विस्थापन, सुरक्षा, निर्माण एवं परिवर्तन" पर प्रकाश डाला। इस मंच की स्थापना 2001 में हुई है। इसका उद्देश्य है एक अधिक निष्पक्ष एवं देखभाल करने वाले समाज के निर्माण का प्रयास।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के लिए सभी प्रकार के अन्याय को दूर किया जाना आवश्यक है जो आज नष्ट करने की संस्कृति को न्यायसंगत ठहराना चाहता है। संत पापा ने नागरिक समाज के संगठनों को प्रोत्साहन दिया कि वे वैश्विक समझौतों के उन बिंदुओं के प्रसार के साथ सहयोग करें जो प्रवासियों और शरणार्थियों के अभिन्न मानव प्रचार को लक्षित करते हैं।   

समाज का सकारात्मक परिवर्तन

संत पापा फ्राँसिस ने सकारात्मक परिवर्तन को प्रोत्साहन दिया जो अन्याय के बहिष्कार पर आधारित हो। नष्ट करने या फेंकने की संस्कृति का विरोध को संत पापा ने महामारी की संज्ञा दी। यह आवाजहीनों को आवाज प्रदान करता है। आवाजहीनों में आप्रवासी, शऱणार्थी एवं स्थापित लोग आते हैं जिन्हें कई लोगों की चुप्पी के कारण उपेक्षित, शोषित, बलात्कार के शिकार होना तथा दुर्व्यवहार सहना पड़ता है।

समाधान

संत पापा ने कहा कि अन्याय का बहिष्कार करने के साथ-साथ ठोस एवं सही उपाय खोजने की आवश्यकता है। इसका अर्थ है एक समावेशी एवं निष्पक्ष समाज की स्थापना करना, जो अनिश्चितता में जीने एवं बेहतर दुनिया की कल्पना नहीं कर सकते वालों की प्रतिष्ठा सुनिश्चित करे।  

संत पापा ने कहा, "इस अवसर पर मैं नागरिक सगठनों तथा लोकप्रिय आंदोलनों को प्रोत्साहन देता हूँ कि वे विस्थापितों एवं शरणार्थियों के वैश्विक प्रभाव तथा विस्थापन के सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित विस्थापन के वैश्विक प्रभाव के व्यापक प्रसार को सहयोग दें।" उन्होंने उन संगठनों एवं आंदोलनों को यह भी प्रोत्साहन दिया कि वे जिम्मेदारियों के अधिक न्यायसंगत साझा को बढ़ावा दें, खासकर, शऱणार्थी शिविरों एवं अस्पतालों की खोज करने वालों की सहायता करने के द्वारा। उसी तरह संत पापा ने कहा कि उन्हें ठोस कदम लेने की आवश्यकता है ताकि मानव तस्करी के शिकार लोगों की पहचान की जा सके तथा उन्हें मुक्त करने एवं पुनर्वास दिलाने हेतु शीघ्र कार्रवाई की जा सके।  

ग्वादालुपे की माता मरियम

ग्वादालुपे की माता मरियम की याद करते हुए संत पापा ने उनकी मध्यस्थता द्वारा प्रार्थना की कि वे अपनी ममतामय स्नेह द्वारा उनकी देखभाल करने तथा भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति द्वारा उन संगठनों की मदद करें जो विस्थापितों, शरणार्थियों एवं आप्रवासियों की मदद करते हैं। ईश्वर उनके कार्यों को आशीष प्रदान करे।   

विस्थापितों पर विश्व सामाजिक मंच

विस्थापितों पर विश्व सामाजिक मंच, विस्थापितों से संबंधित सात विषयों ˸ मानव अधिकार, सीमा, नीति, पूंजीवाद, लिंग, जलवायु परिवर्तन तथा अंतरराष्ट्रीय गतिशीलता  को सम्बोधित करता है। ऐसा करने के द्वारा मंच एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहता है जो विस्थापितों, उनके परिवारों और उनके अधिकारों की रक्षा हेतु अधिक अनुकूल हो।  

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03 November 2018, 16:55