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लाओदातोसी सम्मेलन, रोम लाओदातोसी सम्मेलन, रोम  

पर्यावरण की सुरक्षा हेतु लाओदातो सी का प्रचार ज़रूरी, कार्डिनल

रोम के ग्रेगोरियन परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालय में गुरुवार को छात्रों को “अखण्ड पर्यावरण” विषय पर अध्ययन के लिये डिपलोमा प्रदान करते हुए अखण्ड मानव विकास सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कसन ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा हेतु लाओदातो सी का प्रचार ज़रूरी है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर- वाटिकन सिटी

रोम, शुक्रवार, 9 नवम्बर 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): रोम के ग्रेगोरियन परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालय में गुरुवार को छात्रों को “अखण्ड पर्यावरण” विषय पर अध्ययन के लिये डिपलोमा प्रदान करते हुए अखण्ड मानव विकास सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कसन ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा हेतु लाओदातो सी का प्रचार ज़रूरी है.

उन्होंने कहा कि लोगों को जलवायु परिवर्तन एवं उसके दुष्परिणामों पर आलोक प्रदान करने के लिये उपयुक्त सूचना प्रदान करना नितान्त आवश्यक है और इसके लिये सन्त पापा फ्राँसिस के प्रेरितिक उदबोधन “लाओदातो सी” का अध्ययन करना तथा उसका प्रचार प्रसार करना आवश्यक है.  

अखण्ड पर्यावरण, डिपलोमा

“जोईन्ट डिपलोमा इन इन्टेग्रल इकोलोजी” शीर्षक से आयोजित द्वितीय संस्करण समारोह में पर्यावरण पर सम्पन्न पाठ्यक्रम में भाग लेने वाले इटली, पेरु, भारत, श्री लंका एवं कोलोम्बिया के 77 छात्रों को डिपलोमा प्रदान किये गये. पहलस पहल में केवल विश्वविद्यलयीन छात्र ही नहीं अपितु पल्ली पुरोहित, गुरुकुल छात्र, धर्मबहनें एवं कई लोकधर्मी भी शामिल हैं.

 रोम की "सीर" समाचार एजेन्सी से कार्डिनल टर्कसन ने कहा कि भावी पीढ़ियों के प्रति हम सब ज़िम्मेदार हैं इसलिये पर्यावरण की सुरक्षा हम सब का दायित्व है. उन्होंने इस बात पर गहन क्षोभ व्यक्त किया कि कई पुरोहित सन्त पापा फ्राँसिस के प्रेरितिक उदबोधन लाओदातो सी के प्रचार-प्रसार से पीछे हट रहे हैं.

लाओदातो सी मार्गदर्शक

इस तथ्य पर उन्होंने बल दिया कि वर्तमान युग जलवायु परिवर्तन और उससे जुड़ी गम्भीर पर्यावरणीय समस्याओं से जूझ रहा है और ऐसी परिस्थिति में सन्त पापा का प्रेरितिक उदबोधन लाओदातो सी हमें मार्गदर्शन प्रदान कर सकता है.  

उन्होंने कहा, “हम एक यथार्थ एवं आपातकालीन पर्यावरणीय स्थिति से गुज़र रहे हैं जिसका सामना करने के लिये सभी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों का आह्वान किया जाता है कि वे भ्रातृत्व भाव से परिपूर्ण होकर अपने अपने धर्मप्रान्तों में‘लाओदातो सी’प्रेरितिक उदबोधन का प्रचार एवं प्रसार करें “.       

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09 November 2018, 11:01