अंतरराष्ट्रीय युवती दिवस अंतरराष्ट्रीय युवती दिवस 

अंतरराष्ट्रीय युवती दिवस, यूनिसेफ के विचार

विश्वभर की 131 मिलियन लड़कियाँ और बालिकाएँ स्कूल नहीं जा सकती हैं। कई लड़कियाँ 15 से 29 साल के बीच न तो शिक्षा प्राप्त करती और न ही कोई प्रशिक्षण ले सकती हैं। 15 से 19 वर्ष के बीच करीब 15 मिलियन किशोरियों को बलत्कार अथवा यौन हिंसा का सामना करना पड़ता है। हर तीन मिनट में एक किशोरी एच आई वी की शिकार हो रही है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

यूनिसेफ, बृहस्पतिवार, 11 अक्टूबर 2018 (रेई)˸ लड़कियों एवं बालिकाओं को समर्पित विश्व दिवस के अवसर पर 11 अक्टूबर को यूनिसेफ ने याद किया कि वैश्विक उद्योग में विश्व की करीब 600 मिलियन किशोरियाँ नौकरी के आवेदनों का उत्तर देने में सक्षम, सक्रिय एवं रचनात्मक हैं।

याद किया गया कि विश्व भर में करीब 131 मिलियन लड़कियाँ स्कूलों से बाहर हैं। वर्तमान दर के आधार पर आगामी 2030 तक विश्व की आधी से अधिक लड़कियाँ उच्च विद्यालय स्तर पर मौलिक दक्षता, साक्षरता एवं हिसाब करने की क्षमता भी प्राप्त नहीं कर पायेंगी। यद्यपि स्कूलों में बालिकाओं की संख्या बड़ी होती है तथापि उनमें से कई ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकती, न ही दक्षता हासिल कर सकती हैं और जीवन का कैरियर बना सकती हैं। 15 से 29 साल के बीच 3 लड़कों में 1 लड़की ही काम कर सकती है। कई लड़कियाँ आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं तथा वे इसी स्थिति में बनी रहती हैं।

दक्ष कार्यकर्ता के रूप में लड़कियों का विकास करने हेतु  वैश्विक समुदाय को निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए-

लड़कियों के लिए अनुकूलित शिक्षा, कौशल और प्रशिक्षण को बढ़ावा देने हेतु सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर योजना प्रदान करना।

लड़कियों के जीवन एवं कार्य के लिए आवश्यक मौलिक दक्षता को बढ़ाने हेतु शिक्षा एवं सिखलाने की गुणवत्ता बढ़ाना।

लड़कों के समान सीखने और कैरियर के अवसर पाने के लिए रूढ़िवाद, सामाजिक मानदंडों और बदलते पूर्वाग्रहों से लड़ना।

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11 October 2018, 17:25