पीड़ाहर देखभाल हेतु सम्मेलन पीड़ाहर देखभाल हेतु सम्मेलन  

बीमारी के हर लक्षण पर ध्यान

24 से 27 अक्टूबर तक मारूत्सा फाऊँडेशन ने बाल चिकित्सा पीड़ाहर देखभाल पर चौथा वैश्विक सम्मेलन का आयोजन किया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

बाल चिकित्सा एवं नवजात शिशु की पीड़ाहर देखभाल के सेवानिवृत प्रोफेसर मरचेल्लो ओरजालेसी इस समय मारूत्सा फाऊँडेशन (गैर लाभकारी संगठन) के सह-निदेशक हैं। फाँऊडेशन का उद्देश्य है बीमार बच्चों एवं उनके परिवार वालों के जीवन को हल्का बनाना। 

उद्देश्य

सम्मेलन का उद्देश्य है बच्चों की देखभाल में विशेषज्ञों, अधिकारियों एवं बाल-चिकित्सा केंद्र में काम करने वालों को एक साथ लाना, क्योंकि ऐसे बच्चों की संख्या बढ़ रही है जिनकी बीमारी लाइलाज है। उनका उद्देश्य है उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना। सम्मेलन 2012 से ही हर दो वर्षों में आयोजित किया जाता है।

प्रोफेसर ओरजालेसी ने कहा कि इस तरह के बच्चों की संख्या बढ़ रही है और बहुधा उनकी आवश्यकताओं को न तो पूरा किया जाता और न ही उन पर ध्यान दिया जाता है। यही कारण है कि बहुत से बच्चे जो अतीत में जन्म के बाद बचाये नहीं जा सकते थे अब बचाये जा रहे हैं जिनका जीवन कठिनाइयों से भरा होता अथवा वे बहुत कम जीते हैं।

प्रोफेसर का मानना है कि बाल चिकित्सा पीड़ाहर सेवा को हमेशा गलत समझा जाता है। जिसे अचेतन अथवा परित्यक्त के लिए माना जाता है जो सही नहीं है।

पीड़ाहर देखभाल क्या है? 

बाल चिकित्सा पीड़ाहर देखभाल यह सुनिश्चित करता है कि बीमार बच्चे जितने दिन जिंदा रहते हैं उनकी पीड़ा को कम करने की कोशिश की जाए तथा उनके एवं परिवार के जीवन स्तर को उठाने का प्रयास किया जाए। 

डॉक्टर केवल नहीं

यह देखभाल उनके लक्षण को देखकर किया जाता है, खासकर दर्द को कम करने का प्रयास किया जाता है, किन्तु उन्हें आध्यात्मिक, शारीरिक, भावनात्मक एवं सामाजिक आवश्यकताओं में भी उनकी मदद विशेषज्ञों द्वारा की जाती है जिसमें न केवल डॉक्टर होते बल्कि नर्स, मनोवैज्ञानिक, समाज सेवी तथा पारिवारिक बाल चिकित्सक एक साथ काम करते हैं।

प्रोफेसर ने बतलाया कि इस वर्ष सम्मेलन की विषयवस्तु है "भविष्य की ओर देखना तथा नये परिवर्तन की खोज करना, गैर-पारंपरिक तरीकों को प्राप्त करना।" वे यह देखना चाहते हैं कि इनके अलावा वे और क्या कर सकते हैं। सम्मेलन विचार करना चाहता है कि मारूत्सा फआँडेशन किस तरह आगे बढ़ सकता है। 

 

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25 October 2018, 16:33