विश्व खाद्य दिवस पर स्पेन में एकत्रित नेता विश्व खाद्य दिवस पर स्पेन में एकत्रित नेता 

गरीब इंतजार नहीं कर सकते, संत पापा

संत पापा फ्राँसिस ने विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर एक संदेश प्रेषित कर, इस बात पर जोर दिया कि भूखमरी समाप्त करने हेतु तत्काल कारर्वाई की जानी चाहिए ताकि कोई भी भोजन के अभाव में न रहे।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

फाओ के निदेशक जोश ग्रासियानो दा सिलवा को दिये संदेश में संत पापा ने कहा, "गरीब इंतजार नहीं कर सकते।" उन्होंने गौर किया कि 2030 तक जीरो टोलेरेंस का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए 12 साल इंतजार करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की स्थिति निराशाजनक है उनके लिए तत्काल कार्रवाई की जाने की आवश्यकता है।

उन्होंने गौर किया कि इस वर्ष की विषयवस्तु है हमारा कार्य ही हमारा भविष्यः 2030 तक एक शून्य भूखमरी दुनिया संभव है।

केवल समझौता नहीं बल्कि प्रभावशाली मदद

संत पापा ने कहा कि हम निमंत्रित किये जाते हैं, खासकर, फाओ के सदस्य, अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय संगठन एवं संस्थाएँ, नागरिक समाज और सभी भले लोग, कि हम अपने समर्पण को दोगुणी करें। ताकि कोई भी भोजन के अभाव में न रहे, न तो उसकी मात्रा और न ही उसकी गुणवत्ता में। गरीब हमसे आशा करते हैं कि हम उन्हें प्रभावशाली ढंग से मदद दे सकें जो उन्हें उनकी दयनीय स्थिति से बाहर निकाले, न कि केवल हम प्रस्ताव एवं समझौता तक सीमित रहें। तकनीकी, विज्ञान, संचार और व्यवस्था में अत्याधिक विकास को देखते हुए संत पापा ने कहा कि दुनिया को शर्म महसूस करना चाहिए कि उसने जो प्रगति अन्य चीजों में हासिल की है, उसे मानवता एवं एकात्मकता के क्षेत्र में क्यों नहीं कर सकती।

उन्होंने जोर दिया कि हम असहाय लोगों की मदद  कर सकते हैं और उसे बेहतर ढंग से किया जाना चाहिए। हमें ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि भूखमरी की संकट पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। इसके लिए विकास हेतु सहयोग के सिद्धांत की जरूरत है, जैसा कि 2030 का एजेंडा जो गरीब लोगों की आवश्यकताओं की ओर उन्मुख है। हम बिना भूखमरी के भविष्य की कल्पना कर सकते हैं किन्तु यह तभी संभव होगा जब हम ठोस कदम, प्रभावपूर्ण योजनाओं एवं सच्चे समर्पण के लिए तैयार होंगे।

एकता तथा राजनीतिक इच्छा शक्ति

संत पापा ने अपने संदेश में एकता पर जोर दिया, ताकि भूखमरी का सामना स्थानीय एवं विश्व दोनों स्तरों पर किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में 2030 एजेंडा के साथ सतत् विकास उद्देश्य तथा शून्य भूखमरी प्रयास के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की आवश्यकता है, उदाहरण के लिए फाओ (FAO), जिससे जिम्मेदारी पूर्वक प्रयासों को क्षेत्रीय स्तर तक पहुंचाया जा सके।

राजनीतिक इच्छा शक्ति की कमी की ओर संकेत करते हुए संत पापा ने कहा कि भूख के संकट को समाप्त करने के लिए आवश्यक है भूखमरी को समाप्त करने की चाह तथा नैतिक दृढ़ता, जिसमें हर तरह के समुदाय और धर्मों के लोगों की सहभागिता की आवश्यकता है।

सकारात्मक दृष्टिकोण

संत पापा ने कहा कि प्रतिक्रिया व्यक्त करने की अपेक्षा क्रियात्मक दृष्टिकोण अपनाना अधिक हितकर है। जब दृष्टिकोण सतही हो जाता है तब हम संरचनात्मक आयामों को अनदेखा कर देते हैं जो भूख की त्रासदी पर पर्दा लगा देता है। संत पापा ने काथलिक कलीसिया के कार्यों की याद की, कि वह अपने मिशन में भूखमरी से संघर्ष कर रही है। उन्होंने कहा कि जो दयनीय स्थिति से परेशान हैं उनके प्रति हम उदासीन नहीं रह सकते। हमें उनकी मदद करनी चाहिए।

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16 October 2018, 17:36