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दुनिया में भूखे लोगों की संख्या में बढ़ोतरी-संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र कृषि और खाद्य संगठन की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि 821 मिलियन लोग भूखे हैं और वर्तमान में150 मिलियन से अधिक बच्चे कुपोषित और कमजोर हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रोम, बुधवार 12 सितम्बर 2018 (वाटिकन न्यूज) : संयुक्त राष्ट्र के नये रिपोर्ट अनुसार दुनिया भर में तीन सालों से  भूखे लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है, 2017 में 821 मिलियन लोग या हर नौ में एक व्यक्ति भूखा है, जो सन्  2030 तक शून्य भूख के सतत विकास लक्ष्य को खतरे में डाल रही है।

मंगलवार 10 सितम्बर को संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा जारी विश्व रिपोर्ट 2018 में खाद्य सुरक्षा और पोषण संगठन ने यह भी चेतावनी दी कि कुपोषण के कई रूपों में पर्याप्त प्रगति नहीं हुई है, जिसमें बच्चों और महिलाओं का कुपोषण तथा वयस्कों का मोटापा है और इस वजह से लाखों लोगों का स्वास्थ्य खतरे में है।

एफएओ की वार्षिक भूख रिपोर्ट ने दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका के अधिकांश क्षेत्रों में एक खराब स्थिति का संकेत दिया, जबकि एशिया में अन्य वर्षों की अपेक्षा काफी सुधार हुआ है। एशिया में 515 मिलियन, अफ्रीका में 256.5 मिलियन, लैटिन अमेरिका और कैरेबियन में 39 मिलियन लोग भूखे हैं।

रिपोर्ट में कहा गया कि वर्षा परिवर्तन और कृषि के मौसम को प्रभावित करने वाली जलवायु परिवर्तन, सूखा और बाढ़ जैसे जलवायु चरम सीमाएं, साथ ही संघर्ष, युद्ध और आर्थिक मंदी भूख में वृद्धि के कारण हैं।

संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ), कृषि विकास के अंतरराष्ट्रीय निधि (आईएफएडी), संयुक्त राष्ट्र बाल निधि (यूनिसेफ), विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुखों ने संयुक्त रूप से आग्रह किया कि "अगर हम 2030 तक भूख और कुपोषण के बिना दुनिया को हासिल करना चाहते हैं, तो यह जरूरी है कि हम जलवायु परिवर्तनशीलता और चरम सीमाओं के जवाब में खाद्य प्रणालियों और लोगों की आजीविका में लचीलापन और अनुकूली क्षमता को मजबूत करने के लिए कार्यों को और तेज करें।"

जलवायु चरम सीमा का प्रभाव

जलवायु में परिवर्तन पहले से ही उष्णकटिबंधीय और समशीतोष्ण क्षेत्रों में गेहूं, चावल और मक्का जैसी प्रमुख फसलों के उत्पादन को कमजोर कर रहे हैं और जलवायु लचीलापन के निर्माण के बिना, तापमान में वृद्धि होने के कारण फसल खराब होने की उम्मीद है।

अविकसित कमजोर बच्चे

एफएओ रिपोर्ट में 2012 में 165 मिलियन (25%) की तुलना में 2017 में कुपोषण के कारण 5 वर्ष से कम उम्र के 15.8 मिलियन (या 22%) बच्चें कमजोर और अविकसित है। वैश्विक स्तर पर, अफ्रीका और एशिया क्रमशः 39 प्रतिशत और 55 प्रतिशत अविकसित बच्चों के लिए जिम्मेदार है।

साथ ही, पांच वर्ष से कम आयु के 38 मिलियन से अधिक बच्चों का वजन अपेक्षाकृत अधिक है।

महिलाओं का स्वास्थ

रिपोर्ट में इस तथ्य को "शर्मनाक" बताया गया है कि 32.8%, या दुनिया भर में माँ बनने की आयु की 3 महिलाओं में से 1 महिला एनीमिया (खून की कमी) से प्रभावित होती है। महिलाओं और बच्चों दोनों के लिए महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता है।

एनीमिया महिलाओं की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है, बल्कि उत्तरी अमेरिका की तुलना में अफ्रीका और एशिया की महिलाओं में एनीमिया लगभग तीन गुना अधिक है।

कार्यवाही के लिए आहृवान

एफएओ भूख रिपोर्ट द्वारा सुझाए गए उपचारों में से जलवायु परिवर्तन अनुकूलन एवं शमन और आपदा जोखिम में कमी को बढ़ावा देने वाली नीतियों के माध्यम से जलवायु लचीलापन बनाने के लिए अधिक से अधिक प्रयासों का आह्वान किया गया है।

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12 September 2018, 16:18