अंतरराष्ट्रीय उदारता दिवस पर संत पापा का ट्वीट संदेश
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, बुधवार, 5 सितम्बर 2018 (रेई)˸ 5 सितम्बर को कलीसिया कोलकाता की संत तेरेसा का पर्व मनाती है।
संत पापा ने संत मदर तेरेसा का स्मरण करते हुए एक ट्वीट प्रेषित किया तथा लोगों को उनके समान शांति के वाहक बनने की प्रेरणा दी।
उन्होंने संदेश में लिखा, "शांति के वाहक बनें ताकि दूसरों को अपने जीवन से शांति प्रदान कर सकें, एक मुस्कान के द्वारा, दया के कार्यों द्वारा। संत मदर तेरेसा - हमारे लिए प्रार्थना कर।"
उदारता की शिक्षा एवं प्रोत्साहन
कारितास इटली के उपनिदेशक पौल बेचेगातो ने कहा, "उदारता केवल दान देना नहीं है बल्कि उससे बढ़कर, इसका अर्थ है सुसमाचार के अनुसार जीना। यह एक रास्ता है जो विभिन्न तरह से हमें जीवन की ओर ले चलता है, यहाँ तक कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी।" संयुक्त राष्ट्र के एक वक्तव्य में कहा गया है कि "उदारता विभिन्न संस्कृति एवं धर्म के लोगों के बीच वार्ता के प्रोत्साहन को बढ़ावा देता है, साथ ही साथ, एकात्मता एवं आपसी समझदारी को भी प्रोत्साहित करता है अतः यूएन ने छः वर्षों पहले अंतरराष्ट्रीय उदारता दिवस की स्थापना की है। इस दिन वह सभी सदस्य राष्ट्रों, अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय संगठनों और नागरिक समाज को निमंत्रण देता है कि इसे उचित तरीके से मनाया जाए तथा शिक्षा, बढ़ावा एवं जागृति के कार्यक्रमों द्वारा उदारता के कार्यों को प्रोत्साहन दिया जाए।"
संत अगुस्टीन और मदर तेरेसा
संत अगुस्टीन कृपाओं के धर्माचार्य माने जाते हैं जो उदारता के शिक्षक भी हैं। संत योहन के पहले पत्र की व्याख्या करते हुए उन्होंने विश्वासियों से कहा है कि "मैं जितना अधिक उदारता का जिक्र करता, उतना ही कम मैं इसकी व्याख्या को अंत करना चाहता हूँ। इससे बढ़कर कोई दूसरी मधुर शिक्षा नहीं दी जा सकती और इससे अधिक स्वस्थ आप कुछ भी पान नहीं कर सकते।"
कोलकाता की मदर तेरेसा ने इन शब्दों को अपने दैनिक जीवन के कार्य में प्रकट किया। उन्होंने सबसे कमजोर और उपेक्षित लोगों पर अधिक ध्यान दिया जो हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। मदर तेरेसा द्वारा स्थापित धर्मसमाज का नाम है मिशनरीस ऑफ चैरिटी।
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