खोज

ईराक के मोसुल में जीवन ईराक के मोसुल में जीवन 

ईराक के ख्रीस्तीयों के लिये तीस लाख डॉलर अनुदान

नाईट्स ऑफ कोलम्बस के शूरवीरों ने ईराक के एरबिल ज़िले में जीवन यापन कर रहे ख्रीस्तीय शरणार्थियों के लिये तीस लाख डॉलरों के अनुदान का प्रण किया है। सन्त पापा फ्राँसिस की अपीलों के प्रत्युत्तर में बाल्टीमोर में उक्त संगठन ने अपनी आम सभा के समापन पर तीस लाख डॉलर देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर- वाटिकन सिटी

बाल्टीमोर, शुक्रवार, 10 अगस्त 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): नाईट्स ऑफ कोलम्बस के शूरवीरों ने ईराक के एरबिल ज़िले में जीवन यापन कर रहे ख्रीस्तीय शरणार्थियों के लिये तीस लाख डॉलरों के अनुदान का प्रण किया है.

मध्यपूर्व के ख्रीस्तीयों को उक्त संगठन द्वारा दी जा रही सहायता के अतिरिक्त संगठन ने सन्त पापा फ्राँसिस की अपीलों के प्रत्युत्तर में बाल्टीमोर में 07 से 09 अगस्त तक हुई अपनी आम सभा के समापन पर तीस लाख डॉलर देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की.

18 करोड़ उदारता के कार्यों के लिये

वाटिकन के समाचार पत्र लोस्सरवातोरे रोमानों में प्रकाशित समाचार के अनुसार, इस अनुदान का दो तिहाई हिस्सा ईराक में शरणार्थियों के लिये एक आवासीय परिसर के निर्माण में लगाया जायेगा. बताया गया कि नाईट्य ऑफ कोलम्बस के सुप्रीम कार्यालय तथा इसकी विभिन्न समितियों ने कल्याणकारी कार्यों के लिये इस वर्ष साढ़े 18 करोड़ डॉलर उदारता के कार्यों के लिये प्रदान किये हैं जो विगत वर्ष के अनुदान से पाँच प्रतिशत अधिक है.

सात करोड़ कामकाजी घण्टे उदार कार्यों के लिये

इसके अतिरिक्त, विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत नाईट्स ऑफ कोलम्बस के शूरवीरों ने लगभग साढ़े सात करोड़ कामकाजी घण्टे निर्धनों के पक्ष में अर्पित किये हैं. नाईट्स ऑफ कोलम्बस संगठन के प्रधानाध्यक्ष एवं शूरवीर एन्डरसन ने कहा, "हम दीन-हीनों एवं ज़रूरतमन्दों के पक्ष में अपने कार्यों को जारी रखेंगे तथा लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने हेतु प्रतिबद्ध रहेंगे."

ईराक के लिये आवंटित अनुदान के विषय में उन्होंने कहा, "ईराक में हमारे कल्याणकारी कार्यों ने एकात्मता एवं आशा का सन्देश पहुँचाना चाहा है और इस तथ्य पर बल देना चाहा है कि आज विश्व का कोई भी ख्रीस्तीय समुदाय अकेला नहीं है. प्रत्येक ख्रीस्तीय धर्मानुयायी महाद्वीप का एक खास हिस्सा है. कोई भी ी्रीस्तीय ईश्वर द्वारा बहिष्कृत नहीं है इसलिये कोई भी ईसाई हमारे द्वारा परित्यक्त नहीं हो सकता. "

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

10 August 2018, 10:33