खोज

हैती में आशांति का महौल, तोड़-फोड़ करते लोग हैती में आशांति का महौल, तोड़-फोड़ करते लोग 

हिंसा समस्या का समाधान नहीं

हैती की कलीसिया ने सरकार द्वारा तय ईंधन में वृद्धि के खिलाफ हाल के दिनों में हुई हिंसा की निंदा की है तथा गरीबी और भ्रष्टाचार के बीच देश की समस्याओं के समाधान का आह्वान किया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

शुक्रवार 6 जुलाई को ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी करने की घोषणा की गयी थी। हैती की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार द्वारा ईंधन की बढ़ी कीमतों के निर्णय को वापस लेने के बावजूद गुस्साये लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। कुछ प्रदर्शकों ने रोड जाम कर दिया जबकि कुछ ने होटलों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया।

नष्ट करना समस्या का समाधान नहीं

हैती की कलीसिया देश की इस बिगड़ी स्थिति से चिंतित है। काथलिक धर्माध्यक्षों ने एक विज्ञाप्ति जारी कर हिंसा की निंदा करते हुए उसके शिकार लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना प्रकट की। उन्होंने लिखा, हम किसी भी तरह से हत्या, विनाश और दूसरों को लूटने का समर्थन नहीं कर सकते, राष्ट्र एक सार्वजनिक सम्पति है। उन्होंने लिखा कि नष्ट करना एवं जला देना कभी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। दूसरी ओर, उन्होंने चेतावनी दी है कि इसके द्वारा बेरोजगारी बढ़ेगी तथा नौकरी में वृद्धि लाने के लिए निवेश करने वाले लोगों में डर पैदा होगा।

हैती के लोगों को लम्बे समय से दुःख झेलना पड़ा है

धर्माध्यक्षों ने कहा कि इस परिस्थिति के परिणामों को रोक देना मात्र काफी नहीं है किन्तु हमें इसके कारणों का पता लगाना है तथा उनका समाधान ढूढ़ना होगा, जिसके द्वारा देश में स्थिरता, शांति, भौतिक, सामाजिक, आर्थिक, संस्कृतिक और आध्यत्मिक विकास हो सके।

उन्होंने हैती के प्रशासनिक अधिकारियों से सामने एक चुनौती रखी है कि "लोग कई दशकों से समस्याएँ झेल रहे हैं। वे परेशानियों में जी रहे हैं और इसे वे अधिक सहन नहीं कर सकते। वे परिवर्तन चाहते हैं जिसके लिए वे एक ऐसी सरकार चाहते हैं जो उनके दर्द को समझ सके तथा उनके कल्याण के लिए कार्य कर सके।" उन्होंने अपील की है कि वे हैती समाज में निर्माणात्मक वार्ता को सहयोग दें।

धर्माध्यक्षों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील की है कि वे हैती के अधिकांश लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने में उनकी सहायता करे। कलीसिया अपनी ओर से लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने हेतु हर संभव प्रयास कर रही है।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

12 July 2018, 17:45