2023.06.13'महासभा से वेब तक,' नई पुस्तक की प्रस्तुति 2023.06.13'महासभा से वेब तक,' नई पुस्तक की प्रस्तुति 

वाटिकन संचार के विकास पर नई पुस्तक का प्रीमियर

वाटिकन मीडिया आउटरीच पर एक नई पुस्तक अभी प्रकाशित हुई है। इतालवी में वॉल्यूम, जिसका शीर्षक 'महासभा से वेब तक,' वाटिकन संचार और सुधार का महत्वपूर्ण मोड़ है। इसके लेखक एंजेलो सेल्ज़ो हैं, जिन्होंने दशकों तक वाटिकन संचार में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 14 जून 2023 (वाटिकन न्यूज) : वाटिकन संचार के दीर्घानुभवी एंजेलो शेल्ज़ो की एक नई पुस्तक मीडिया की दुनिया में द्वितीय वाटिकन महासभा से लेकर वर्तमान तक परमधर्मपीठ के परिवर्तन का वर्णन करती है। इतालवी में एंजेलो शेल्ज़ो की नई किताब, 'महासभा से वेब तक,' वाटिकन संचार और सुधार का महत्वपूर्ण मोड़ (लाइब्रेरिया एदित्रिचे वाटिकाना-एलईवी,  पृष्ठ 440, यूरो 20), कुछ दिनों पहले किताबों की दुकानों में आई और रोम में 13 जून की शाम को एलयूएमएसए (लुमसा) विश्वविद्यालय में प्रस्तुत किया गया था, जो वाटिकन से कुछ कदम दूर है। प्रस्तुति में भाग लेने वालों में वाटिकन के वर्तमान संचार प्रीफेक्ट पाओलो रफिनी, इतालवी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष, कार्डिनल मत्तेओ जुप्पी और वाटिकन मीडिया के दिग्गज, जेसुइट फादर फेडेरिको लोम्बार्डी थे।

श्री एंजेलो शेल्ज़ो विवाहित हैं और उनके दो बच्चे हैं। वे 2016 तक वाटिकन प्रेस कार्यालय के उप निदेशक थे। पहले वे वाटिकन संचार में अन्य पदों पर कार्यरत थे। उन्होंने ओसरवातोरे रोमानो के उप निदेशक के रूप में कार्य किया, वर्ष दो हजार की महान जयंती के लिए संचार प्रमुख और सामाजिक संचार के लिए परमधर्मपीठीय परिषद के अवर सचिव थे।

उन्होंने लाइब्रेरिया एदित्रिचे वाटिकाना के लिए संतों और कलीसिया के महान हस्तियों की आत्मकथाओं की एक श्रृंखला प्रकाशित की है। उनकी दो किताबें “द पेन ऑफ पीटर” (2013) और “द जुबली, मर्सी, फ्राँसिस” (2015) एलईवी द्वारा प्रकाशित की गई थी।

(बीच में) कार्डिनल ज़ुप्पी ने एंजेलो शेल्ज़ो की किताब पर चर्चा की
(बीच में) कार्डिनल ज़ुप्पी ने एंजेलो शेल्ज़ो की किताब पर चर्चा की

वाटिकन संचार पर ध्यान

सोशल मीडिया के लगातार बढ़ते उपयोग के साथ, शेल्ज़ो की पुस्तक को वाटिकन संचार के सुधार की एक व्यापक और स्पष्ट परीक्षा के रूप में प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने हाल के वर्षों में हुए परिवर्तन और परमधर्मपीठ के संचार के तरीके का सामना करने वाली प्रमुख चुनौतियों का वर्णन किया।

लेखक इस यात्रा के विभिन्न महत्वपूर्ण चरणों, दूसरी वाटिकन महासभा के संचार आउटरीच से लेकर संत पापा फ्राँसिस के परमाध्यक्षीय काल तक का विवरण देते हैं।

अपनी प्रस्तावना में, फादर लोम्बार्डी इतिहास को फिर से खोजने के महत्व पर ध्यान देते हैं और इस बात पर जोर देते हैं कि "सुधार, यहाँ तक कि अलगाव के अपने साहसी पहलुओं के साथ, एक लंबे परिप्रेक्ष्य में भी इतिहास में एक कदम है जो चल रहा है, जिसमें कलीसिया के मिशन के प्रति निष्ठा द्वारा निरंतरता की गारंटी है, जिसका संचार एक अभिन्न अंग है।"

एंजेलो शेल्ज़ो को बधाई देने वालों और उनके कार्य को प्रस्तुत करने वालों में परमधर्मपीठीय संचार विभाग के प्रीफेक्ट पाओलो रफ़िनी, बोलोन्या के महाधर्माध्यक्ष और इतालवी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल मत्तेओ ज़ुप्पी, वाटिकन फाउंडेशन "जोसेफ रात्जिंगर-बेनेडिक्ट XVI" के अध्यक्ष; जेसुइट फादर फेडेरिको लोम्बार्डी, एवेनेयर के स्तंभकार मार्को टारक्विनियो और ला रिपब्लिका के स्तंभकार गेब्रियल रोमाग्नोली और लुमसा विश्वविद्यालय के रेक्टर फ्रांचेस्को बोनिनी शामिल थे।

 

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14 June 2023, 15:54