संत जोसेफ की प्रतिमा संत जोसेफ की प्रतिमा 

संत जोसेफ की स्तूति विन्ती में 7 नए संबोधनों को जोड़ा गया

1 मई, संत जोसेफ मजदूर दिवस पर, संत पापा फ्रांसिस की मंजूरी के साथ वाटिकन ने संत जोसेफ की स्तूति विन्ती में 7 नए संबोधन जोड़े।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 3 मई 2021 (वाटिकन न्यूज) : वाटिकन में दिव्य भक्ति एवं संस्कार संबंधी परमधर्मपीठीय धर्मसंघ (एसएमबीएम) ने शनिवार को संत जोसेफ के सम्मान में 7 नए संबोधन जोड़े। यह पहल संत जोसेफ वर्ष के दौरान आती है जिसे संत पापा फ्राँसिस ने 8 दिसंबर 2020 से 8 दिसंबर 2021 तक घोषित किया है।

दुनिया भर में धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के अध्यक्षों को लिखे गए पत्र में, एसएमबीएम के सचिव, महाधर्माध्यक्ष आर्थर रोचे और उप-सचिव फादर कोराडो माज्जोनी, एसएमएम ने इस कदम के पीछे का कारण बताया। "विश्वव्यापी कलीसिया के संरक्षक के रूप में संत जोसेफ की घोषणा की 150 वीं वर्षगांठ पर, संत पापा फ्राँसिस ने इस महान संत के लिए हमारे प्यार को बढ़ाने, उनके गुणों और उनके उत्साह की नकल करने के लिए उद्देश्य से प्रेरितिक पत्र पैट्रिस कॉर्डे प्रकाशित किया। उन्होंने लिखा "1909 में परमधर्मपीठ द्वारा स्वीकृत विश्वव्यापी कलीसिया के संरक्षक संत जोसेफ के सम्मान में सात नए संबोधनों को एकीकृत करके स्तूति विन्ती को बढ़ाना उपयुक्त है।”

दिव्य भक्ति एवं संस्कार संबंधी परमधर्मपीठीय धर्मसंघ ने संत पापा फ्राँसिस के समक्ष संत जोसेफ के सम्मान में सात नए संबोधन प्रस्तुत किए, जिन्होंने संत जोसेफ की स्तूति विन्ती में उनके एकीकरण को मंजूरी दी।

नए संबोधन

मूल रूप से लैटिन में नए संबोधन इस प्रकार हैं: कुस्टोस रेडेम्टोरिस, सेरवे क्रिस्टी, मिनिस्टर सालुतिस, फुलचिमेन इन डिफिकुतातिबुस, पट्रोने एक्ससुलुम, पट्रोने अफ्फलिक्टोरुम, पट्रोने पाउपेरुम। इनका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है: मुक्तिदाता के संरक्षक, मसीह के सेवक, मुक्ति के कार्यकर्ता, कठिनाइयों में सहायक, निर्वासितों के संरक्षक, पीड़ितों के संरक्षक और गरीबों के संरक्षक।

धर्मसंघ ने कहा, “यह स्तूति विन्ती के नये संबोधनों का स्थानीय भाषाओं में अनुवाद और प्रकाशन धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों की जिम्मेदारी होगी। इन अनुवादों को परमधर्मपीठ की पुष्टि की आवश्यकता नहीं है।" धर्मसंघ ने धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों को अन्य संबोधनों को जोड़ने की भी अनुमति दी है जिसके साथ संत जोसेफ को उनके देशों में सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा, "इस तरह के अतिरिक्त आह्वान उचित स्थान पर बनाया जाना चाहिए और स्तूति विन्ती की साहित्यिक शैली को संरक्षित करना चाहिए।"

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03 May 2021, 16:27