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कोविड-19 वैक्सिन कोविड-19 वैक्सिन 

वाटिकन ने कोविड-19 वैक्सिन के लिए प्रतिबंधों में ढील की मांग की

परमधर्मपीठ ने कोविद -19 वैक्सिन को शीघ्र और अधिकतम पहुंच प्रदान करने के लिए, व्यापार-संबंधित पहलुओं पर बौद्धिक सम्पति अधिकारों से संबंधित प्रतिबंधों में ढील देने का आह्वान किया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 25 फरवरी 2021 (रेई)- जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र के लिए वाटिकन के स्थायी पर्यावेक्षक महाधर्माध्यक्ष इवन युरकोविक ने  विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यू टी ओ) टीआरआईपीएस समिति और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से मंगलवार को जोर देकर कहा कि समझौते के तहत अनिवार्य लाइसेंस के लिए कुछ मौजूदा तंत्र सबसे गरीब देशों के टीकाकरण को धीमा कर रहे हैं। उन्होंने गौर किया कि पिछले कुछ सप्ताहों में किस तरह ने अनुभव किया है कि कितने देश और कम्पनियों ने द्विपक्षीय समझौता को प्राथमिकता दी, कीमतों में वृद्धि की और कतार के सामने कूदने का प्रयास किया।”

उन्होंने वैक्सिन प्राप्त करने में धनी देशों को प्राथमिकता दिये जाने के खतरे पर संत पापा की चेतावनी की याद दिलायी।

नौकरी के लिए बाधा

महाधर्माध्यक्ष युरकोविक ने ध्यान दिया कि अपर्याप्त उत्पादन क्षमता और वैक्सीन खुराक की उपलब्धता की कमी के कारण, "दुनिया के कई देश टीकाकरण कार्यक्रम में देरी महसूस कर रहे हैं।"

इसके बावजूद कई देशों में, सुरक्षित एवं प्रभावी वैक्सिन उत्पादन की क्षमता होते हुए भी, उन क्षमताओं का प्रयोग वे बौद्धिक संपदा अवरोध के कारण नहीं कर रहे हैं।

वाटिकन प्रतिनिधि ने जोर दिया है कि चूँकि वैश्विक स्वास्थ्य संकट के कारण कोविड-19 वैक्सिन की अति आवश्यकता है, वैक्सिन को एक ऐसी चीज के रूप में देखा जाना चाहिए, जिसको चीजों के सार्वभौमिक गंतव्य के सिद्धांत पर, बिना भेदभाव के, सभी प्राप्त कर सकें।

राष्ट्रों के बीच एकात्मता

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि सिद्धांतों एवं नियमों को, देशों के बीच और देश में एकात्मता की भावना के साथ मानव प्रतिष्ठा को प्रोत्साहन और सम्मान देने के दृष्टिकोण से बनाये रखना चाहिए। 

"इसके लिए बौद्धिक सम्पति के अधिकार की रक्षा को महत्व देने की अपेक्षा हमें वर्तमान की प्रणाली में अधिकारों, सीमाओं एवं राजनीतिक नकारात्मक परिणामों पर ध्यान देना चाहिए।"

परमधर्मपीठ के अनुसार, न्याय, एकात्मता और समावेश के सिद्धांत को महामारी के जवाब में किसी भी विशिष्ट और ठोस हस्तक्षेप का आधार होना चाहिए।

इसके प्रकाश में, कोविड-19 की चिकित्सा या संक्रमण और उसे दूर करने से संबंधित टीआरआईपीएस समझौता को लागू करने में छूट देने का निर्णय, "वास्तविक प्रतिबद्धता और जुड़ाव का प्रदर्शन करनेवाला एक मजबूत संकेत होगा और इस तरह पूरे मानव परिवार के पक्ष में घोषणा से कार्रवाई की ओर आगे बढ़ेगा।"

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25 February 2021, 15:14