पूर्व महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल मैक्कर्रिक पूर्व महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल मैक्कर्रिक  संपादकीय

मैक्कर्रिक रिपोर्ट, एक दुखद पृष्ट जिससे कलीसिया सीखती है

परमधर्मपीठ ने वॉशिंगटन के पूर्व महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल मैक्कर्रिक के याजकीय पद से बर्खास्त किये जाने के मामले में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है। कार्डिनल परोलिन सच्चाई की खोज से प्रेरित हैं ताकि अतीत की गलतियाँ न दुहरायी जाएँ।


उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 10 नवम्बर 2020 (रेई)- पूर्व कार्डिनल थेओदोर एडगर मैक्कर्रिक (1930 -2017) के संस्थागत ज्ञान और निर्णय लेने की प्रक्रिया से संबंधित परमधर्मपीठ की रिपोर्ट को आज प्रकाशित किया गया, जिसको वाटिकन राज्य सचिवालय ने तैयार किया है। यह एक संतोषजनक लेख है जिसके लिए दो साल का समय लगा है।

रिपोर्ट, संत पापा की उस प्रतिबद्धता का जवाब है जिसके द्वारा वे मैक्कर्रिक के मामले, नाबालिगों एवं कमजोर वयस्कों के साथ यौन दुराचार के दोषी की पूरी जाँच और इस मामले के कारण घायल और व्यग्र अमरीकी काथलिक समुदाय के प्रति चिंता व्यक्त करना चाहते थे। रिपोर्ट में कुछ स्थिर विन्दु उभर कर सामने आये हैं। पहली चिंता कि गलती की गई कि इन अपराधों के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को पदानुक्रम में उच्च भूमिकाओं तक पहुंचने की अनुमति दी गई : ऐसी गलती, जिसने कलीसिया में नये नियमों को जारी करने के लिए प्रेरित किया ताकि इतिहास में नई गलतियाँ न दुहरायी जाएँ। दूसरी बात कि 2017 तक, मैक्कार्रिक द्वारा किए गए बाल दुर्व्यवहार के बारे में विस्तृत आरोप का नहीं होना। तीन साल पहले नाबालिगों से जुड़े पहले विस्तृत आरोप, जिसके कारण एक विहित कार्यवाही को तत्काल खोला गया, संत पापा फ्रांसिस के दो क्रमिक निर्णयों के साथ संपन्न हुआ, जिसने पहले मैक्कार्रिक के अधिकार को हटा दिया और फिर उन्हें याजकीय पद से खारिज कर दिया।

यह एक दुखद पृष्ट है जिससे पूरी कलीसिया ने सीख ली है। वास्तव में, इस घटना के आलोक में फरवरी 2019 में नाबालिगों की सुरक्षा के लिए किये गये सम्मेलन के बाद, संत पापा के द्वारा उठायी गई नीति के तहत, इसे पढ़ा जा सकता है और जिसमें यौन दुराचार के मामले में पेपल रहस्य का भी अंत कर दिया गया है।  

वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने एक बयान में कहा है, “जैसा कि रिपोर्ट के आकार और दस्तावेज एवं जानकारी की मात्रा से मालूम होता है, हम सच्चाई की खोज से प्रेरित हैं। दुःख के साथ-साथ आशा भी है। ऐसी घटनाएँ न दुहरायी जाएँ इसके लिए अधिक प्रभावशाली नियम; हमें हृदय परिवर्तन की जरूरत है। सुसमाचार प्रचार के लिए विश्वस्त पुरोहितों की आवश्यकता है और हम सभी जानते हैं कि यह केवल पवित्र आत्मा द्वारा संभव है, स्वयं येसु कहते हैं, "मेरे बिना तुम कुछ नहीं कर सकते।"

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10 November 2020, 14:40