विश्व मिशन रविवार पर ख्रीस्तयाग अर्पित करते संत पापा फ्राँसिस विश्व मिशन रविवार पर ख्रीस्तयाग अर्पित करते संत पापा फ्राँसिस 

विश्व मिशन रविवार के पूर्व कलीसिया के मिशनरी स्वभाव पर प्रकाश

कलीसिया 18 अक्टूबर को जब 94वाँ विश्व मिशन दिवस मनाने की तैयारी कर रही है, लोकधर्मियों के सुसमाचार प्रचार के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ तथा परमधर्मपीठीय मिशन सोसाईटी ने विश्व में कलीसिया के मिशनरी कार्यों के महत्व पर प्रकाश डाला।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 17 अक्टूबर 2020 (वीएन)- परम्परागत रूप से अक्टूबर माह के अंतिम से पहले सप्ताह में मनाये जानेवाले विश्व मिशन रविवार को इस साल 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

विश्व मिशन रविवार का उद्देश्य है मिशन के लिए प्रार्थना, सहयोग एवं मदद हेतु प्रोत्साहन देना। यह ख्रीस्तियों को कलीसिया एवं हर बपतिस्मा प्राप्त व्यक्ति के मूल मिशनरी चरित्र की याद दिलाता है।

दूसरों के लिए मिशन

इस साल के समारोह के पहले लोकधर्मियों के सुसमाचार प्रचार के लिए गठित परमधरमपीठीय धर्मसंघ एवं विश्वास के प्रचार हेतु परमधर्मपीठीय मिशन सोसाईटी ने शुक्रवार को वाटिकन में एक प्रेस सम्मेलन का आयोजन किया।  

लोकधर्मियों के सुसमाचार प्रचार के लिए गठित परमधर्मपीठीय समिति के सचिव महाधर्माध्यक्ष प्रोतासे रूगमबवा ने विश्व मिशन दिवस के लिए संत पापा के संदेश को प्रस्तुत करते हुए कहा, "आज हम विश्व मिशन दिवस के लिए संत पापा फ्राँसिस के संदेश को प्रस्तुत करते हैं जिसका शीर्षक है, मैं प्रस्तुत हूँ मुझे भेज।"   

उन्होंने कहा, "संदेश के केंद्र में है कि मिशन किस तरह हम प्रत्येक को चुनौती देता है, हमारी बुलाहट में व्यक्तिगत रूप से एवं आज की दुनिया में कलीसिया के सदस्य के रूप में।"

महाधर्माध्यक्ष रूगमबवा ने बतलाया कि समारोह (मिशन रविवार) कलीसिया के लिए आनन्द का स्रोत है यद्यपि स्वास्थ्य संकट के कारण चुनौतियाँ हैं जिसने हमें महसूस कराया है कि हम सभी "एक ही नाव पर सवार हैं, सभी कमजोर और भटके हुए हैं।"

इसलिए हम बपतिस्मा प्राप्त ख्रीस्तियों को ईश्वर के बुलावे का प्रत्युत्तर देना तथा सुसमाचार का साक्ष्य देते हुए सभी क्षेत्र के जीवन एवं समाज में परिवर्तन लाना है।

कोविड-19 फंड

तोसो के महाधर्माध्यक्ष जामपियेत्रो, लोकधर्मियों के सुसमाचार प्रचार के लिए गठित समिति के सहायक सचिव और पीएमएस के अध्यक्ष ने संत पापा फ्राँसिस द्वारा अप्रैल 2020 में कोविड-19 से पीड़ित समुदायों की मदद करने हेतु पीएमएस को सहयोग देने के लिए विशेष फंड के बारे बतलाया।  

उन्होंने कहा कि फंड के द्वारा कलीसिया के मिशनरी कार्यों में सहयोग दिया जा रहा है। उन्होंने पूरे विश्व की कलीसियाओं को प्रोत्साहन दिया कि वे विश्वव्यापी फंड में सहयोग करें जहाँ सभी की भलाई के लिए, सभी सहयोग करते हैं।

इस बात पर जोर देते हुए कि अब भी बहुत कुछ करना है महाधर्माध्यक्ष ने विभिन्न देशों की कलीसियाओं की ओर से दिये गये उदार दान के लिए उनकी सराहना की और विभिन्न स्थानों में आवश्यकताओं का ठोस उदाहरण प्रस्तुत किया।

मिशनरी कलीसियाओं के लिए महत्वपूर्ण जीवन रेखा

पीएमएस के महासचिव फादर तादेयुस जे. नोवाक ने कहा कि परमधर्मपीठीय मिशन सोसाईटी एशिया, ओशिनिया, अफ्रीका और दक्षिण एवं लातिनी अमरीका के कुछ हिस्सों की स्थानीय कलीसियाओं को विशेष सहायता प्रदान करती हैं।

इसके द्वारा प्रचारकों, पुरोहितों और धर्मसमाजियों के प्रशिक्षण में सहयोग दिया जाता है तथा यह स्थानीय कलीसियाओं को उनके कार्यों के लिए भौतिक सहायता प्रदान करती है।

 

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17 October 2020, 15:03