परमधर्मपीठ व चीन के बीच समझौता पर कार्डिनल परोलिन के विचार
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 22 अक्टूबर 2020 (वीएन)- सोमवार को पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कार्डिनल परोलिन ने कहा, "सब कुछ ठीक हो जाएगा।" पत्रकार, धर्माध्यक्षों की नियुक्ति के संबंध में, चीन और वाटिकन के बीच अक्टूबर 2018 को हुए समझौते को लेकर सवाल कर रहे थे। यह देखते हुए कि समझौते पर दो साल पहले हस्ताक्षर किया गया था और संभवतः इसे बढ़ाया जाएगा।
कार्डिनल परोलिन परमधर्मपीठीय अंतोनियानुम विश्व विद्यालय में पत्रकारों के सवालों का उत्तर दे रहे थे जहाँ ऑर्थोडॉक्स प्राधिधर्माध्यक्ष बर्थोलोमियो प्रथम को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
चीन और वाटिकन के बीच सम्पर्क
कार्डिनल परोलिन ने पुष्टि दी कि चीन एवं परमधर्मपीठ के बीच समझौता गोपनीय रहेगा किन्तु यह सापेक्ष रहस्य है क्योंकि इसकी कई बातें प्रकट हो चुकी हैं। उन्होंने बतलाया कि समझौता को नवीकृत करने का निर्णय पिछले दिनों लिया गया था।
उन्होंने गौर किया कि कोविड-19 महामारी ने चीजों को अधिक जटिल बना दिया है क्योंकि यात्रा पर पाबंदी है किन्तु दोनों पक्षों के बीच अब भी सम्पर्क बना हुआ है।
कार्डिनल ने अनुबंध के परिणाम पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, "हम कह सकते हैं कि हम खुश हैं। हम उम्मीद करते हैं कि समझौता शब्द के कार्य में प्रगति होगी।" उन्होंने गौर किया कि कुछ मुद्दे ऐसे हैं जिनका हल करना अनुबंध कभी नहीं चाहता था।
कार्डिनल ने जोर दिया कि वास्तव में, हम सोचते हैं कि समझौता चीन में समस्या का समाधान नहीं कर सकता। कुछ नियम लागू किये गये हैं जो सभी धर्मों पर ध्यान देते हैं और निश्चय ही, काथलिक कलीसिया पर भी ध्यान देते हैं।
समझौता में कलीसिया की स्थिति पर ध्यान
इस सवाल पर कि क्या समझौता भविष्य में राजनयिक संबंधों की फिर से स्थापना की उम्मीद करता है, वाटिकन राज्य सचिव ने कहा कि "इस समय राजनयिक संबंधों पर बात नहीं हुई है। हम कलीसिया पर ध्यान दे रहे हैं।"
उन्होंने जोर दिया कि अनुबंध ने सभी समस्याओं और कठिनाइयों का हल नहीं किया है किन्तु उम्मीद करते हैं कि वार्ता के द्वारा उनका भी सामना किया जाएगा क्योंकि अनुबंध राजनयिक संबंध पर ध्यान नहीं देता, न ही भविष्य में स्थापित करना चाहता है। अनुबंध कलीसिया की स्थिति से संबंधित है, खासकर, धर्माध्यक्षों की नियुक्ति के संबंध में।
इसका उद्देश्य है कलीसिया में एकता लाना। परिणाम यही है कि चीन के सभी धर्माध्यक्ष संत पापा की एकता में हैं। नजायज धर्माध्यक्ष नहीं रह गये हैं। कार्डिनल ने कहा कि यह मेरे लिए आगे की ओर एक उल्लेखनीय कदम प्रतीत होता है। यहाँ से फिर आगे बढ़ने का सवाल है और क्रमशः चीन की कलीसिया को सामान्य बनाने की स्थिति उत्पन्न करना है।
सीरिया
कार्डिनल परोलिन ने सीरिया में युद्ध पर भी गौर किया एवं 15 अक्टूबर को वाटिकन में, दमिश्क के प्रेरितिक राजदूत कार्डिनल मारियो जेनारी द्वारा जारी अपील की याद की।
उस अवसर पर जेनारी ने वाटिकन मान्यता प्राप्त सभी राजदूतों से अपील की थी कि वे सीरिया के हित में कदम उठायें जहाँ अब भी कई जगहों में हिंसा जारी है। कार्डिनल जेनारी ने चेतावनी दी थी कि एक दूसरा बम है जो देश में फूटने वाला है और वह बम है अत्यधिक गरीबी।
कार्डिनल परोलिन ने कहा कि सबसे पहले हमें इस मुद्दे का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने उम्मीद जतायी कि जेनारी की अपील राजदूतों द्वारा सुनी एवं करर्वाई की जायेगी। राजदूतों को चाहिए कि वे संबंधित सरकारों को सूचना दें और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में आम जवाब की खोज करें।
प्राधिधर्माध्यक्ष बर्थोलोमियो प्रथम और समग्र पारिस्थितिकी
कार्डिनल परोलिन परमधर्मपीठीय अंतोनियानुम विश्वविद्यालय में, प्राधिधर्माध्यक्ष बर्थोलोमियो को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किये जाने के समारोह में उपस्थित थे।
समारोह के दौरान प्राधिधर्माध्यक्ष के बारे बोलते हुए कार्डिनल परोलिन ने उन्हें अभिन्न पारिस्थितिकी के लिए पर्यावरणीय कारण हेतु प्रतीकात्मक छवि कहा जो रोम के परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालयों की प्राथमिकता है।
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