पोलिश कार्डिनल कोनराड क्रेजस्की पोलिश कार्डिनल कोनराड क्रेजस्की  

पोलैंड ने वाटिकन के लिए चिकित्सा सामग्रियाँ भेजा

पोलैंड द्वारा भेजा गया चिकित्सा सामग्रियों से भरा दो ट्रक शुक्रवार को वाटिकन पहुंचा।पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजे डूडा और संत पापा फ्राँसिस ने इस सप्लाई के आने से कुछ दिनों पहले बातें की थीं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 9 मई (वाटिकन न्यूज) : पोलैंड के लोगों की एकजुटता की बदौलत शुक्रवार को वाटिकन में मास्क और अन्य चिकित्सा सामग्रियों से भरे दो ट्रक पहुंचे। इटली अभी भी कोविद -19 वायरस का मुकाबला कर रहा है।

पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजे डूडा और संत पापा फ्राँसिस ने इस सप्लाई के आने से कुछ दिनों पहले बातें की थीं।

वाटिकन में पोलैंड के राजदूत जानूस कोटाकोस्की और संत पापा फ्राँसिस की ओर से परमधर्मपीठीय कोष के दानदाता पोलिश कार्डिनल कोनराड क्रेजस्की ने मेडिकल सप्लाई के आगमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कार्डिनल क्रेजवस्की संत पापा की कोमलता और निकटता को महसूस कराने के उनके प्रयासों में पूरी तरह समर्पित है। वे कलीसिया की उदारता मिशन में संलग्न हैं और वे रोम की सड़कों पर सबसे ज्यादा जरूरत वाले लोगों की मदद करते हैं।

पोलैंड की एकता

जानूस कोटाकोस्की ने वाटिकन न्यूज को बताया कि वाटिकन को भेजा गया यह विशेष उपहार "पोलैंड की एकजुटता का एक संकेत है।" उन्होंने इस  बात को जोर देते हुए कहा, “एकजुटता हमारी विशेषता है, पोलैंड की विशेषता है। वाटिकन सिटी के लिए भेजा गया उपहार गरीबों और उन लोगों के लिए है जो बीमार हैं।” भेजी गई चिकित्सा आपूर्ति से "इटली के गरीबों, वाटिकन सिटी, जेंडारमरिया और स्विस गार्ड को लाभ होगा।"

कैसे शुरू हुई पहल

वाटिकन में पोलैंड के राजदूत ने बताया कि "पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजे डूडा ने संत पापा फ्राँसिस के साथ बातें कीं। उसके आठ दिन बाद, हमने वाटिकन सिटी के लिए, हमारी सहायता की पेशकश की। कार्डिनल कोनराड क्रेजवस्की ने इसमें हमारी मदद की।” उन्होंने यह भी कहा कि उनके लिए कार्डिनल क्रेजवस्की के माध्यम से जाना आसान था, "क्योंकि वे पोलिश हैं।"

पोलैंड में कोरोना संकट

राजदूत कोटाकोस्की ने कहा कि “कोरोना वायरस के मामले में पोलैंड की स्थिति वैसी नहीं है जैसा इटली में है। यह क्षण हमारे राष्ट्र के लिए भी मुश्किल समय है, लेकिन इटली, स्पेन और जर्मनी की तरह नहीं।” अबतक पोलैंड में 15,366 मामले दर्ज किये गये हैं। 776 लोगों की मौत हुई हैं और 5,184 लोग इससे बीमारी से ठीक हुए हैं।

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09 May 2020, 16:11