संत पापा से बातें करते हुए राष्ट्रपति मैक्रोन संत पापा से बातें करते हुए राष्ट्रपति मैक्रोन  

संत पापा और राष्ट्रपति मैक्रोन के बीच महामारी पर चर्चा

संत पापा फ्राँसिस और फ्रांसीसी राष्ट्रपति के बीच कोरोना वायरस महामारी के लिए यूरोपीय संघ की प्रतिक्रिया और गरीब देशों के ऋण में छूट की आवश्यकता पर केंद्रित टेलीफोन में बातचीत हुई।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

पेरिस, बुधवार 22 अप्रैल 2020 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान फ्रांस के साथ अपनी निकटता और समर्थन व्यक्त किया, जहां कोविद -19 ने 20,000 से अधिक लोगों का जीवन ले लिया है। यूरोप में इटली और स्पेन के बाद फ्रांस कोरोना वायरस से प्रभावित तीसरा देश है।

राष्ट्रपति के कार्यालय ने कहा कि संत पापा फ्राँसिस और राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रोन ने मंगलवार दोपहर टेलीफोन के माध्यम से लगभग 45 मिनट तक बातें की। यह भी कहा कि संत पापा ने "महामारी के कारण स्वास्थ्य संकट के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फ्रांस द्वारा की गई रचनात्मक प्रतिक्रियाओं को सकारात्मक रूप से स्वीकार किया है।"

वाटिकन प्रेस कार्यालय ने घटना के बारे में एक बयान जारी नहीं किया है, जैसा कि संत पापा के निजी बातचीत के बारे में सामान्य अभ्यास है, लेकिन राष्ट्रपति मैक्रोन के संचार कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने सभी संघर्षों में वैश्विक संघर्ष विराम की आवश्यकता पर भी सहमति व्यक्त की।

वैश्विक युद्ध विराम और ऋण राहत

यह संत पापा फ्राँसिस द्वारा ईस्टर रविवार ‘उरबी एत ओर्बी’ संदेश के दौरान की गई अपील को दर्शाता है जिसमें उन्होंने कहा था, "शांति के राजा मसीह, उन सभी लोगों को प्रबुद्ध करें जो विश्व संघर्ष विराम की जिम्मेदारी निभाते हैं। वे साहस के साथ दुनिया के सभी कोने में "तत्काल वैश्विक संघर्ष विराम की अपील का समर्थन करें।"

उस संदेश में, संत पापा फ्राँसिस ने दुनिया को यह भी याद दिलाया कि यह उदासीनता, आत्म-केंद्रितता या विभाजन का समय नहीं है और कहा: "सभी देश अगर कटौती के माध्यम से इस समय की सबसे बड़ी जरूरतों को पूरा करते हैं तो कर्ज की कटौती में गरीब देशों के बैलेंस शीट पर भारी बोझ नहीं पड़ेगा।

संत पापा की अपील पर राष्ट्रपति मैक्रोन ने तुरंत कोविद -19 वायरस और इसके दूरगामी परिणामों के खिलाफ उनकी लड़ाई में अफ्रीकी देशों के ऋण को रद्द करने की संभावना की घोषणा की और वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकता का आह्वान किया है।

कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने इन मुद्दों पर अपने विचारों का आदान प्रदान किया। टेलीफोन पर बातचीत की शुरुआत में, राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रोन ने कथित तौर पर संत पापा को फ्रांस आने के लिए अपने निमंत्रण को भी नवीनीकृत किया।

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22 April 2020, 16:17