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कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों को वाटिकन की सहानुभूति

लोकधर्मी, परिवार और जीवन के लिए गठित परमधर्मपीठीय परिषद ने एक संदेश प्रकाशित कर सभी को इस आपातकालीन स्थिति का सामना गंभीरता, साहस एवं शांत होकर करने का प्रोत्साहन दिया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 7 मार्च 2020 (वीएन)˸ लोकधर्मी, परिवार और जीवन के लिए गठित परमधर्मपीठीय परिषद ने एक संदेश प्रकाशित कर सभी को इस आपातकालीन स्थिति का सामना गंभीरता, साहस एवं शांत होकर करने का प्रोत्साहन दिया है।

लोकधर्मी, परिवार और जीवन के लिए गठित परमधर्मपीठीय परिषद ने कोरोना वायरस के बढ़ते खौफ के मद्देनजर संदेश में कहा है, "ईश्वर की नजर में एक व्यक्ति का जीवन बहुत मूल्यवान है। यदि इस परिस्थिति में कई लोगों या हमारे अपने ही जीवन एवं स्वास्थ्य पर हमला हो, तो हमें इस शत्रु का सामना करने में अकेला महसूस नहीं करना चाहिए।"  

एकात्मता एवं कृतज्ञता

संदेश में कहा गया है, "जैसा कि परिषद को संत पापा की ओर से लोकधर्मी, परिवार एवं जीवन की देखभाल करने की जिम्मेदारी दी गयी है हम इस कठिन समय में उन लोगों को हमारे सामीप्य, स्नेह एवं प्रार्थना का आश्वासन देते हैं जो कोरोना वायरस से प्रभावित हैं या उसके संक्रमण से भयभीत हैं।

परिषद ने सभी डॉक्टरों, नर्सों, राहत कर्मियों और वैज्ञानिक शोधकर्ता को उनकी उदारता, समर्पण के लिए धन्यवाद दी है तथा प्रोत्साहन दिया है कि वे ईश्वर प्रदत्त क्षमताओं का प्रयोग इस समय की आवश्यकता के लिए करें।  

उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि वे इस अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संकट का गंभीरता, साहस एवं शांत होकर सामना करें। उन्होंने प्रोत्साहन दिया है कि वे आमहित के लिए अपने दैनिक व्यक्तिगत जीवनशैली में त्याग-तपस्या करने के लिए भी तत्पर रहें।    

सभी को अपनी ओर से सहयोग देने की अपील

परिषद ने सभी को अपनी ओर से सहयोग देने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा है कि हमें ईश्वर का संरक्षण प्राप्त है जो पिता के स्नेह से हम प्रत्येक पर नजर रखते हैं।

कलीसिया उन सभी लोगों के करीब रहना चाहती है जो कोरोना वायरस से पीड़ित हैं साथ ही, उनके परिवार और प्रियजनों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं इस बीमारी के लिए निदान की खोज करने वालों के भी साथ है।    

परिवारों की भूमिका

संदेश में परिवारों को भी सम्बोधित किया गया है कि वे कोरोना वायरस से पीड़ित अपने परिवार के सदस्यों को स्नेह एवं जिम्मेदारी की भावना के साथ सहयोग दें, बुजूर्गों की देखभाल करें जो संक्रमित होने के खतरे के कारण घर से बाहर नहीं निकलते, बीमारी से ठीक हो रहे लोगों का ख्याल रखें और बच्चों की चिंता करें जो स्कूल बंद होने के कारण घर में हैं।

लोकधर्मी, परिवार एवं जीवन के लिए गठित परमधर्मपीठीय परिषद ने स्वीकार किया है कि उन परिवारों के लिए यह अधिक कठिन है जो गरीब हैं, जिन्हें सामाजिक सहायता नहीं मिल पा रही है और जो अपनी नौकरी खोने के खतरे में हैं।   

संदेश में जोर दिया गया है कि ऐसा परिस्थिति में परिवार ही संसाधन एवं शक्ति बन सकते हैं जो हरेक व्यक्ति में जिम्मेदारी, एकात्मता, धैर्य, विवेक, उदारता और आपसी मदद के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

अंततः परिषद ने संत पापा के साथ कोरोना वायरस से पीड़ित सभी लोगों एवं उनकी देखभाल कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को अपना आध्यात्मिक सामीप्य व्यक्त किया, साथ ही साथ, उन्होंने नागरिक अधिकारियों तथा रोगों की मदद करने एवं संक्रमण रोकने के लिए काम करने वालों के प्रति भी अपनी एकात्मता व्यक्त की।  

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07 March 2020, 16:34