रोम का मरिया मेजर महागिरजाघर रोम का मरिया मेजर महागिरजाघर 

रोम के पल्ली गिरजाघर व्यक्तिगत प्रार्थना के लिए खुले रहेंगे

संत पापा फ्राँसिस से सहमत होकर रोम धर्मप्रांत के विकर कार्डिनल अंजेलो दी दोनातिस ने रोम के गिरजाघरों को पूरी तरह बंद करने के आदेश पर बदलाव लाया है। इसके अनुसार कोरोना वायरस के प्रसार से बचने के उपायों का पालन करते हुए पल्ली गिरजाघर एवं मिशन केंद्र खुले रहेंगे।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 14 मार्च 2020 (रेई)˸ रोम धर्मप्रांत ने कार्डिनल के आदेश पर कुछ गिरजाघरों को तुरन्त खोल दिया है।

शुक्रवार सुबह को संत पापा ने प्रार्थना की थी कि "पवित्र आत्मा धर्माध्यक्षों को प्रेरितिक सूझ-बूझ प्रदान करे ताकि वे ऐसे उपाय अपना सकें जिससे कि ईश्वर की पवित्र प्रजा न छोड़ दी जाए और वह अपने चरवाहों द्वारा साथ दिये जाने का अनुभव कर सकें।"

संत पापा से सहमत होकर कार्डिनल विकर दी दोनातिस ने प्रेरितिक निर्णय लिया है और विश्वासियों को भटकाव या भ्रम से बचाने हेतु आज्ञप्ति जारी कर कहा है कि  पल्ली गिरजाघरों एवं अन्य प्रेरितिक मिशन केंद्रों को व्यक्तिगत प्रार्थना के लिए खुला रखा जाए।

रोम धर्मप्रांत के विश्वासियों को प्रेषित एक पत्र में कार्डिनल दी दोनातिस ने लिखा है कि गिरजाघरों को बंद करने का निर्णय तर्कहीन भय अथवा इससे भी बदतर, एक आशा रहित हस्तक्षेप के कारण नहीं लिया गया था बल्कि संक्रमण रोकने के लिए लिया गया था। फिर भी, यह सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है कि लोग पूरी तरह त्याग दिये गये महसूस न करें अतः संशोधित प्रेरितिक प्रावधानों को प्रोत्साहित की जाती है।

कार्डिनल दी दोनातिस ने कहा कि पुरोहितों के विवेकपूर्ण निर्णय पर भरोसा करती है। उन्होंने उन से अपील की कि वे "ईश्वर की प्रजा के करीब रहें। इस बात पर ध्यान दिया जाए कि हर व्यक्ति स्नेह एवं साथ का अनुभव कर सके। मदद दी जाए कि कलीसिया अपना द्वार किसी के लिए बंद न करे किन्तु ध्यान दिया जाए कि कोई भी छोटा व्यक्ति अपना जीवन जोखिम में न डाले अथवा भुला दिया जाए। उन्होंने बीमार लोगों के लिए "सांत्वना के संस्कार" को प्रदान करने का प्रोत्साहन दिया है एवं गरीबों की आवश्यकताओं में उनकी मदद की जाए, किन्तु साथ ही साथ हरसंभव उपायों को अपनाते हुए उन सभी चीजों को रोका जाए जिनके द्वारा दूसरों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है।

कार्डिनल दी दोनातिस ने हमारे माता-पिता एवं पूर्वजों की परम्परा को बनाये रखते हुए परिवारों में प्रार्थना करने का प्रोत्साहन दिया है।

उन्होंने पत्र के द्वारा धर्मप्रांत के सभी विश्वासियों को निमंत्रण दिया है कि वे अपने आपको दिव्य प्रेम (दिविनो आमोरे) की माता मरियम को सौंप दें।

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14 March 2020, 13:10