संत पापा अमाजोन आदिवासियों के संग संत पापा अमाजोन आदिवासियों के संग 

अमाजोन सिनॉडः अमाजोन आदिवासी अपने इतिहास के केन्द्र-विन्दु

अमाजोन, प्रेरिताई कार्य में संलग्न पुरोहित पीटर ह्यूजेस ने कहा कि यह पहला अवसर है जब अमाजोन के आदिवासियों को अपनी अभिव्यक्ति का अवसर मिला है जहाँ वे हम सभों को हमारे आमघर की देख-रेख हेतु आहृवान करते हैं।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, 18 अक्टूबर 2019 (रेई) अमाजोन पर चल रहे सिनॉड में सहभागी हो रहे आईरिश कोलांबियन पुरोहित पीटर ह्युजेस ने कहा कि संत पापा फ्रांसिस द्वारा प्रकाशित विश्व प्रेरितिक पत्र “लौओदातो सी” की बातें स्पष्ट हो रही हैं, पृथ्वी और दुनिया के लोगों की देख-रेख करना ईश्वरीय विधान है जो “ख्रीस्तीय विश्वास का केन्द्र-बिन्दु है।”  

लौटिन अमेरीका के पेरू में पांच दशकों तक प्रेरितिक सेवा दे रहे पुरोहित पीटर ने वाटिकन रेडियो को दिये गये अपने साक्षात्कार में कहा, “कलीसिया अमाजोन पांत और उसके लिए लोगों की सुरक्षा हेतु समर्पित है क्योंकि यह ईश्वर के प्रति हमारे प्रेम की अभिव्यक्ति है।” यह हमारे हृदय की खुशी को व्यक्त करती है जहाँ हम ईश्वर को उनकी सृष्टि और उसमें व्याप्त सभी जीव-जन्तुओं तथा इसकी सुन्दरता हेतु कृतज्ञता के भाव अर्पित करते हैं।

कलीसिया ने पृथ्वी और इसके सीमान्तों की सुरक्षा तथा देख-रेख का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि  हम धर्मग्रंथ के पन्नों को पलट कर देखें जो हमें यह बतलाती हैं कि ईश्वर ने स्वर्ग और पृथ्वी की सृष्टि की। हममें से बहुतों ने अपने विचार अभिव्यक्ति में कहा, “यह कलीसिया के जीवनकाल का एक अति महत्वपूर्ण समय है जहाँ ईश्वर हम सभों को निमंत्रण देते हैं कि हम अपने विश्वास के सार को नवीकृत करते हुए सामान्य घर की सुरक्षा हेतु अपने को समर्पित करें।”

समग्र पर्यावरण का समय

पुरोहित पीटर ने इस बात पर जोर दिया कि हमें गरीबों और अतिसंवेदनशील लोगों की चिंता करनी है जिनका परित्याग कर दिया जाता है। संत पापा फ्रांसिस इसे समग्र पर्यावरण की संज्ञा देते हैं जहां हम गरीबों और परिस्थितिकी को एक दूसरे के जुड़ा हुआ पाते हैं।

अदिवासियों द्वारा सिनॉड की तैयारी

पुरोहित पीटर ने बतलाया कि अमाजोन सिनॉड हेतु अदिवासियों ने एक बड़ी और विशेष तैयारी की है। वे अपने को विशेष रुप से “संत पापा के प्रति कृतज्ञता से भरा” हुआ पाते हैं क्योंकि यह मंच उनके द्वारा तैयार किया गया है जहाँ वे अपनी बातों को खुले रुप में रख पा रहे हैं।

हजारों अदिवासियों की आवाज

उन्होंने बतलाया कि इन दो सालों की तैयारी के दौरान करीबन 45 प्रांतों में संगोष्ठियों का आयोजन किया गया जिससे अमाजोन प्रांत की कलीसिया अपने धर्माध्यक्षों के संग मिलकर अपने हृदय की बातों, दुःखों और अपने विचारों को प्रकट कर सके। वे अपने रोज दिन के जीवन में खनन कम्पनियों द्वारा पर्यावरण, जमीन, नदियों और स्वास्थ्य का शोषण होता हुआ पाते हैं। उन्होंने कहा कि तैयारी की अवधि में उनके भय, चिंताओं और अनुभवों को स्पष्ट रुप से देखा जा सकता था।

“हमारे पास इस बात का प्रमाण है कि करीबन 87 हजार लोगों की आवाज को संग्रहित किया गया है जहाँ वे विशेष रुप से संत पापा फ्रांसिस के प्रति अपनी कृतज्ञता के भाव व्यक्त करते हैं जिन्होंने पहली बार उनके लिए एक बृहृद स्तर पर संभावनाएं तैयार की हैं जहाँ वे अपनी आवाज को दुनिया के सामने रख पा रहे हैं।”

अपने इतिहास के अंग

पुरोहित पीटर ने कहा कि यह पहला अवसर है जहाँ अमाजोन के आदिवासी लोग “अपने को, अपने इतिहास के अंग स्वरूप पाते हैं, उन्हें मेज में एक स्थान मिला है। वे दुनिया के द्वारा अपने को सुने जाने की चाह रखते हैं।” सिनॉड में अमाजोन के अदिवासियों की उस्थिति न केवल कलीसिया वरन सारी दुनिया के लिए एक महत्व की है क्योंकि “पर्यावरण का विनाश न केवल कलीसिया को बल्कि आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक रुप में हम सभों को प्रभावित करता है।”

सिनॉड के बारे में पुरोहित पीटर ने कहा कि यहाँ हम एक सर्वोत्तम सभा और मिलन का अनुभव करते हैं। “सभों ने इसकी बहुत अच्छी तैयारी की है, वे अपने में मुद्दों को लेकर बहुत गंभीर हैं। यहाँ हम धर्माध्यक्षों और सामान्य लोगों के बीच एक अच्छे संबंध को देख सकते हैं।” उन्होंने इस बात भी बल दिया कि सिनॉड का “माहौल उत्सवपूर्ण है, हम यहाँ खुशी और पवित्र आत्मा की उपस्थिति का अनुभव करते हैं।”

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18 October 2019, 16:26