वियेना में स्थित आइएइए का मुख्यालय वियेना में स्थित आइएइए का मुख्यालय 

परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा, परमधर्मपीठ

वाटिकन राज्य के विदेश मंत्रालय के सचिव, महाधर्माध्यक्ष पॉल रिचार्ड गलाघेर ने 16 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के आम सम्मेलन को संबोधित किया। परमधर्मपीठ ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएइए) के प्रयासों और योगदान के लिए "परमाणु अप्रसार और निरस्त्रीकरण" के साथ-साथ "सुरक्षित और शांतिपूर्ण विकास और परमाणु तकनीकों के संचालन" के लिए अपना समर्थन दोहराया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वियेना, बुधवार 18 सितम्बर 2019 (वेटिकन न्यूज़) : "परमाणु अप्रसार, परमाणु निरस्त्रीकरण और परमाणु प्रौद्योगिकियों के शांतिपूर्ण उपयोग का व्यापक लक्ष्य, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के  महत्वपूर्ण रणनीतियों पर निर्भर करता है।" वाटिकन राज्य के विदेश मंत्रालय के सचिव, महाधर्माध्यक्ष पॉल रिचार्ड गलाघेर ने कहा।

वे आईएइए के 63वें आम सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, जो सोमवार को ऑस्ट्रिया के वियेना में स्थित अपने मुख्यालय में शुरू हुआ।

अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी एक स्वायत्त अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो 1957 में स्थापित हुआ। आईएइए परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देती और परमाणु हथियारों सहित किसी भी सैन्य उद्देश्य के लिए इसके उपयोग को रोकती है।

परमाणु प्रौद्योगिकी और अभिन्न विकास

महाधर्माध्यक्ष गलाघेर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी द्वारा दी जाने वाली विभिन्न परमाणु विज्ञान और प्रौद्योगिकी सेवाएं सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि उनके प्रयोग से, अभिन्न विकास को बढ़ावा मिल सकता है, इस प्रकार ईश्वर की सृष्टि को बचाने में हमारे नेतृत्व को बढ़ा सकते हैं।

महाधर्माध्यक्ष गलाघेर ने कहा कि संगठन की “मानव स्वास्थ्य, जल और पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा और कृषि के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग परियोजनाओं ने गरीबी उन्मूलन और स्थायी विकास में अपने विकास लक्ष्यों को पूरा करने की देशों की क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

इस संबंध में, परमधर्मपीठ के अधिकारी ने संत पापा फ्राँसिस का हवाला देते हुए कहा, "वैज्ञानिक समुदाय, जो अंतर-विषय संवाद के माध्यम से हमारे ग्रह के संकट को प्रदर्शित करने में सक्षम है, उन्हें सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सामान्य और विशिष्ट समाधान प्रदान करने के संदर्भ में नेतृत्व करने के लिए भी कहा जाता है। पारिस्थितिकी तंत्र, तकनीकी-आर्थिक मॉडल से प्राप्त होने वाले शक्ति के नए रूप न केवल पर्यावरण को अपरिवर्तनीय नुकसान पहुँचाते हैं, बल्कि हमारे समाज, लोकतंत्र, न्याय और स्वतंत्रता को भी नुकसान पहुंचाते हैं।

मानव व्यक्ति को प्राथमिकता

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि सामाजिक उन्नति और सामान्य भलाई को बढ़ावा देने का कोई भी प्रयास पुरुष और महिला के अभिन्न विकास को सुनिश्चित करने की इच्छा पर आधारित होना चाहिए। "किसी तरह का विकास मानव केंद्रित होना चाहिए। उन्होंने विकास के अधिकार पर संयुक्त राष्ट्र की घोषणा का हवाला दिया।

इस संबंध में, संत पापा फ्राँसिस ने क्षोभ प्रकट करते हुए कहा,“हमारी तकनीकी, वैज्ञानिक प्रगति और विकास हमेशा "मानव जिम्मेदारी, मूल्यों और विवेक में विकास को ध्यान में रखते हुए नहीं की जाती है।"

महाधर्माध्यक्ष गलाघेर ने विभिन्न समझौतों और प्रोटोकॉल के माध्यम से परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया बनाने में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के योगदान को स्वीकार किया।

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18 September 2019, 16:39