यूक्रेन की ग्रीक काथलिक कलीसिया की धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के स्थायी सदस्यों के साथ सभा में संत पापा यूक्रेन की ग्रीक काथलिक कलीसिया की धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के स्थायी सदस्यों के साथ सभा में संत पापा 

पोप चाहते हैं कि यूक्रेन ग्रीक काथलिक कलीसिया बढ़े

सोमवार को एक प्रेस सम्मेलन में यूक्रेन ग्रीक काथलिक कलीसिया के महाधर्माध्यक्ष स्वियतोस्लाव शेवचुक ने कहा कि संत पापा फ्राँसिस एवं परमधर्माध्यक्षीय रोमी कार्यालय के साथ दो दिवसीय सभा ने, वाटिकन एवं स्वतंत्र पूर्वी कलीसियाओं के बीच संबंध की एक नई प्रणाली को प्रस्तुत किया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

सभा का आह्वान स्वयं संत पापा फ्राँसिस द्वारा अपने सामीप्य को यूक्रेन की कलीसिया के लिए प्रकट करने हेतु की गयी थी।

वाटिकन प्रेस कार्यालय द्वारा जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि "संत पापा ने अपने परमाध्यक्षीय रोमी कार्यालय के अपने सहयोगियों के साथ, इस कलीसिया के इतिहास की सराहना की, खासकर, इसकी आध्यात्मिकता, पूजन-पद्धति, ईशशास्त्रीय एवं कानूनी परम्पराओं तथा संत पेत्रुस के उतराधिकारी के साथ एकता के प्रति निष्ठा की, जिसमें शहीदों के खून की मूहर लगी है।   

महाधर्माध्यक्ष शेवचुक ने कहा कि सभा दिखलाती है कि संत पापा यूक्रेन की ग्रीक काथलिक कलीसिया को समर्थन देते हैं, वे हमारी कलीसिया को अपना सामीप्य प्रदान करते हैं और इसी सामीप्य, वार्ता और मुलाकात के द्वारा वे समस्त यूक्रेन के लोगों के प्रति अपना सामीप्य प्रकट करते हैं जो युद्ध से पीड़ित है। उन्होंने बतलाया कि दो दिवसीय सभा में संत पापा खुद उपस्थिति रहे।   

पूर्वी कलीसिया बढ़े और विकसित हो

यूक्रेन के महाधर्माध्यक्ष ने प्रेस सम्मेलन में कहा कि सभा में विशेष ध्यान इस बात पर दिया गया कि हमारी कलीसिया के विकास हेतु कौन-सी आवश्यक स्थिति उत्पन्न की जाए? उन्होंने कहा कि यह सवाल "यूनियेटिस्म सिद्धांत" (पूर्वी रीति की कलीसिया का रोमन काथलिक कलीसिया के साथ संबंध जिसमें पोप के अधिकार को स्थानीय कलीसियाओं के प्रशासन एवं रीति में बदलाव किये बिना स्वीकार की जाती है) के बहिष्कार के कारण उठता है। जो ख्रीस्त की कलीसिया में एक पूर्ण एवं दृष्यमान एकता लाने का माध्यम है।  

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि संत पापा इस सवाल का उत्तर यूजीसीसी को देते हैं बल्कि अन्य पूर्वी कलीसियाओं के लिए भी यह स्पष्ट करते हैं कि वे हमारी कलीसिया से प्यार करते और चाहते हैं कि पूर्वी काथलिक कलीसियाएँ बढ़ें और विकसित हों।

सभा में न केवल यूक्रेन की ग्रीक काथलिक कलीसिया की धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के स्थायी सदस्यों और संत पापा फ्राँसिस ने भाग लिया बल्कि विश्वभर के महाधर्माध्यक्षों ने भी हिस्सा लिया जो कलीसिया की सार्वभौमिकता को दिखलाती है।

यूक्रेन में निमंत्रण

पत्रकारों के सवालों का उत्तर देते हुए यूक्रेन के महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि धर्माध्यक्षों ने संत पापा को यूक्रेन आने का निमंत्रण दिया है और उनकी आशा है कि देश के पूर्वी भाग में चल रहे युद्ध के अंत के लिए संत पापा की यात्रा अत्यन्त अर्थपूर्ण एवं प्रतीकात्मक होगी। उन्होंने बतलाया कि संत पापा ने भी यात्रा हेतु उनके निमंत्रण पर ध्यान दिया। यूक्रेन इस समय पूर्व में पाँच वर्षों से चल रहे युद्ध से बुरी तरह प्रभावित है एवं मानवीय संकट का सामना कर रहा है।

यूक्रेन में कलीसिया

यूक्रेन में 70 प्रतिशत से अधिक यूक्रेन वासी ऑर्थोडॉक्स हैं जबकि काथलिकों की कुल संख्या देश की आबादी का 14 प्रतिशत है।

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09 July 2019, 16:14