संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस 

हांग कांग के अंतर-धार्मिक नेताओं ने संत पापा से मुलाकात की

हांग कांग के धार्मिक नेताओं ने वेटिकन का दौरा किया और संत पापा फ्राँसिस का आशीर्वाद प्राप्त किया। वे परस्पर संबंधों को बेहतर बनाने में प्रयासरत हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 15 जून 2019 (रेई) :  हांग कांग में 6 धर्मों के नेता, पारस्परिक संबंधों में सुधार के लिए समर्पित संगठन की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर इस सप्ताह रोम में हैं।

संत पापा फ्राँसिस ने अपने बुधवारीय आमदर्शन समारोह के दौरान "हांग कांग के छह धार्मिक नेताओं से औपचारिक मुलाकात की और उनसे कहा: “आप सभी के लिए मैं प्रभु येसु मसीह में आनंद और शांति का आह्वान करता हूँ। ईश्वर आपको आशीर्वाद दें!"

अंतर-धार्मिक वार्ता हेतु गठित परमधर्मपीठीय संगठन के कर्यालय में, सदस्यों के साथ, बृहस्तपतिवार को  हांग कांग से आये 6 धर्मों के नेताओं ने मुलाकात की। इसी दौरान वाटिकन रेडियो के संवाददाता ने उनका साक्षात्कार किया। हांग कांग के प्रोटेस्टेंट समुदाय का प्रतिनिधित्व कर रहे अंगलिकन रेभरेंड पीटर कून का मानना है कि इस यात्रा से शहर के धर्मों के बीच "सौहार्दपूर्ण संबंध" को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, "यह पहली बार हांग कांग में हमारे छह धर्मों के नेताओं को एक साथ वाटिकन आने का अवसर मिला है और यह वास्तव में एक बहुत ही खास यात्रा है।"

हांग कांग में छह धर्म काथलिक, प्रोटेस्टेंट, कनफ्यूशीवाद, ताओवाद, बौद्ध एवं इस्लाम हैं।

हांग कांग में सद्भाव

हंग कांग में प्रेरितिक राजदूत कार्डिनल जॉन टॉंग हाँग ने वाटिकन सिटी में प्रतिनिधिमंडल की यात्रा की अगुवाई की। कार्डिनल जॉन ने बताया कि इन 40 वर्षों के दौरान वे आधिकारिक रुप से वर्ष में दो बार सभा करते हैं। इसके अलावा कई बार विशेष मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सभा बैठते हैं, जो हांग कांग में रहने वाले 7.4 मिलियन लोगों को प्रभावित करती है।

मुस्लिम नेता अली ने कहा कि यह संगठन "धार्मिक आधार पर हांग कांग में शांति और सद्भाव का संदेश फैलाना चाहता है। और शहर में शांति को बढ़ावा देना चाहता है। अगर किसी मुद्दे पर कोई भी धर्म के नेता सहमत नहीं है तो हम इसमें और आगे नहीं बढ़ते।"

सामंजस्य की तलाश

हांग कांग बौद्ध एसोसिएशन के अध्यक्ष सिक कुआन-यूं, ने अंतर-धार्मिक संवाद में सद्भाव की भूमिका पर जोर देते हुए कहा, "मनुष्य के रूप में, हमें जीवित रहने के लिए एक दूसरे पर भरोसा करना होगा और हमें एक दूसरे को समायोजित करना होगा ताकि हम कामयाब हो सकें। अगर हम अपने विचारों में सामंजस्य रखते हैं, तो हम एक-दूसरे से नहीं लड़ सकते।"

श्री सिक ने एक साधारण-सा उदाहरण प्रस्तुत किया: "हमारे पास पहनने के लिए कपड़े पहनने के लिए बुनकर होना जरूरी नहीं है। हमारे पास खाने के लिए किसान होने की जरुरत नहीं हैं। ”

मतभेदों के बीच समानताएं

नेता डॉ. टोंग यूं-काई ने कहा, “कन्फ्यूशीवाद अंतर-धार्मिक संवाद करने के लिए एक अनूठा और सहायक सिद्धांत लाता है।

उन्होंने कहा, "मतभेदों का सम्मान करें, और सामान्यताओं की तलाश करें। इस सिद्धांत के बारे में टोंग का मानना है कि 40 वर्षों से चला आ रहा यह संगठन काफी हद तक सफल रहा है।

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15 June 2019, 16:52