संत पेत्रुस महागिरजाघर का प्रांगण संत पेत्रुस महागिरजाघर का प्रांगण  

संरक्षक संतों के पर्व पर प्राधिधर्माध्यक्ष प्रतिनिधिमंडल रोम में

प्रत्येक वर्ष, कॉन्सटेनटीनोपल के प्राधिधर्माध्यक्ष और वाटिकन के परमाध्यक्ष अपने संरक्षक संतों का उत्सव मनाने के लिए अपना प्रतिनिधिमंडल भेजते हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रोम, वाटिकन सिटी, सोमवार 24 जून 2019 (रेई) : तुर्की के इस्तांबुल से कॉन्सटेनटीनोपल के प्राधिधर्माध्यक्ष का एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल रोम के संरक्षक संतों पेत्रुस और पौलुस के पर्व में भाग लेने आ रहे हैं वे 27 से 29 जून तक  रोम में रहेंगे।  

संत पेत्रुस, रोम के पहले धर्माध्यक्ष, और संत पौलुस गैर-यहूदियों के प्रेरित, रोम में दोनों शहीद हुए और अनन्त शहर के संरक्षक हैं। उनके पर्व दिवस पर रोम और वाटिकन के सरकारी संस्थानों, स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी रहती है।

प्रत्येक वर्ष, कॉन्सटेनटीनोपल के प्राधिधर्माध्यक्ष 29 जून को संत पेत्रुस और संत पौलुस के पर्व मनाने हेतु रोम अपना प्रतिनिधिमंडल भेजते हैं। वाटिकन के परमाध्यक्ष 30 नवम्बर को संत अंद्रेयस का पर्व मनाने के लिए अपना प्रतिनिधिमंडल इस्तांबुल भेजते हैं।

28 जून को संत पापा वाटिकन में आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का अभिवादन करेंगे। इस मंडल में मिलिटेन के धर्माध्यक्ष माक्सिमोस, डीकन बोसफोरियोस मान्गाफास और टेलमिसोस के महाधर्माध्यक्ष जोब हैं जो कलीसियाओं के विश्व परिषद का प्रतिनिधित्व करेंगे। वे कलीसियाओं के विश्व परिषद और काथलिक कलीसिया और ऑर्थोडोक्स कलीसिया के बीच ईशशास्त्रीय वार्ता हेतु संयुक्त अंतरराष्ट्रीय आयोग के सह-अध्यक्ष भी हैं।

संत पापा फ्राँसिस ने प्रेरित संत पेत्रुस एवं संत पौलुस के महापर्व पर वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर में 29 जून को नये महाधर्माध्यक्षों को पालियो या अम्बरिका प्रदान करेंगे। इस समारोह में प्राधिधर्माध्यक्ष प्रतिनिधिमंडल भी उपस्थित रहेंगे।

पालियो मेमने के ऊन से बना एक विशेष परिधान है जिसमें काले रंग के 6 क्रूस होते हैं। संत पापा और मेट्रोपोलिटन महाधर्माध्यक्ष उस पालियो को अपने-अपने महागिरजाघरों में पहनते हैं। ये क्रूस येसु के घावों को दर्शाते हैं। पालियो में तीन कीलें होती हैं जो येसु के क्रूस पर लगाये गये कीलों के प्रतीक हैं।

इस वस्त्र को संत पापा नये मेट्रोपोलिटन महाधर्माध्यक्षों को प्रेरित संत पेत्रुस और पौलुस के त्योहार के दिन 29 जून को हर साल प्रदान करते हैं। जो यह दिखाता है कि वे संत पापा तथा सार्वभौमिक कलीसिया के साथ जुड़े हुए हैं तथा अपने लोगों को अपने कंधे पर लेकर चलते हैं।

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24 June 2019, 16:51