नाबालिगों के संरक्षण पर बैठक नाबालिगों के संरक्षण पर बैठक  

यौन दुराचार की गवाही: पीड़ित लोग अपनी चुप्पी के लिए दोषी नहीं है

वाटिकन में, "कलीसिया में नाबालिगों की सुरक्षा" पर हो रहे शीर्ष सम्मेलन के दूसरे दिन के समापन पर पुरोहित के यौन शोषण का शिकार एक व्यक्ति ने बचपन में सहे आघात पर अपने साक्ष्य प्रस्तुत किया।

माग्रेट सुनिता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 23 फरवरी 2019 (रेई, वाटिकन न्यूज): काथलिक कलीसिया के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को पुरोहित द्वारा यौन दुराचार की शिकार बनी एक महिला का साक्ष्य सुना।

उन्होने कहा,वे अपने बचपन की अपबीती घटना साझा करना चाहती है। वे ग्यारह वर्ष की थी जब उसके पल्ली पुरोहित ने उसका जीवन बर्बाद कर दिया।

कलीसिया में नाबालिगों के संरक्षण पर बैठक के दूसरे दिन एक यूरोपीय महिला ने गवाही दी। उसने बताया कि कैसे उसके साथ पुरोहित द्वारा दुर्व्यवहार किया गया था। "दुरुपयोग पांच साल के लिए चला। पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।

उसने इस बारे में बात की कि वह अपने में हीन भावना का शिकार हो गई थी। उसके साथ हो रहा था, वह उससे भागने की कोशिश करती थी। उसने बताया कि कैसे उसने खुद से सवाल किया, खुद को दोषी ठहराया।उसका बचपन और किशारावस्था उलझन में बीता।

उन्होंने बताया कि उसके शरीर ने उस दुर्व्यवहार के प्रति प्रतिक्रिया व्यक्त की । वह ठीक से खाने नहीं सकती थी। स्कूल में अनेक कठिनाइयों की सामना किया। उसने ज्यादा समय अस्पताल में बिताया। उसने कहा कि दुरुपयोग ने उसके रिश्तों, उसकी शादी, उसके बच्चों को भी प्रभावित किया।

फिर उसने अपनी पहचान वापस पाने के लिए किए गए संघर्ष के बारे में बताया, जिसके लिए बहुत धीरज की आवश्यकता था। कई वर्षों के बाद,वह दुर्व्यवहार का सामना करने में सक्षम हो गई। उसने कहा कि “दुरुपयोग तत्काल क्षति का कारण बनता है, लेकिन यह वहाँ नहीं रुकता है।जो सबसे मुश्किल है वह उस अनुभव से दैनिक रूप से निपटना है जो आप पर हमला करता है और खुद को सबसे अप्रत्याशित क्षणों में प्रस्तुत करता है। आपको इसके साथ रहना होगा ... हमेशा के लिए!” 

उसने कहा,"आपके अंदर, अंतहीन सवाल हैं जिनका आप कभी जवाब नहीं दे पाएंगे, क्योंकि दुरुपयोग का कोई मतलब नहीं है!"

उसने कहा कि दुर्व्यवहार के कारण होने वाले दर्द और भ्रम को बोलना मुश्किल हो सकता है। लेकिन, "हम पीड़ित हैं, अगर हम बाहर बोलने या उजागर करने की ताकत पा सकते हैं, तो ऐसा करने की हिम्मत मिलनी चाहिए,  हमारी बातों पर लोगों का विश्वास नहीं होने का खतरा भी है या अपने यौन शोषण कर्ता को एक छोटा सा दंड देकर से दूर कर दिया जाता है।" उसने जोर देकर कहा, "यह नहीं हो सकता है और अब ऐसा नहीं होना चाहिए!"

उसने कहा कि कलीसिया को गर्व हो सकता है कि यह कानूनी विधि की सीमाओं की, सीमाओं के बावजूद दुर्व्यवहार से निपटने में सक्षम है। उसने कहा कि अपराधी और आरोपी के बीच लंबे समय तक आरोप लगाने वाले के पक्ष में अपमानजनक कारक के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। "पीड़ित अपनी चुप्पी के लिए दोषी नहीं हैं ... घाव कभी भी कानून की सीमाओं का विषय नहीं हो सकता है।”

अंत में उसने कहा, “आज, मैं यहां हूँ और मेरे साथ सभी दुर्व्यवहार पीड़ित लड़के और लड़कियां, सभी महिलाएं और पुरुष हैं - अपने घावों से उभरने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ एसे भी हैं जिनोंने कोशिष की पर अपनी पीड़ा से उभर नहीं पाये हैं। उन्हें हमारे दिलों में साथ लिए,  हमें नए सिरे से शुरुआत करनी चाहिए।”

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23 February 2019, 17:28