विभिन्न ख्रीस्तीय समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ ख्रीस्त एकता प्रार्थना सप्ताह की शुरूआत करते संत पापा विभिन्न ख्रीस्तीय समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ ख्रीस्त एकता प्रार्थना सप्ताह की शुरूआत करते संत पापा 

कलीसियाओं की एकता के केंद्र में ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सप्ताह

संत पापा फ्राँसिस एवं अन्य ख्रीस्तीय धर्मगुरूओं ने शुक्रवार को, रोम स्थित संत पौल महागिरजाघर में, संध्या वंदना के साथ ख्रीस्तीय एकता हेतु प्रार्थना सप्ताह का उद्घाटन किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

रोम, शनिवार, 19 जनवरी 2019 (रेई)˸ ख्रीस्तीय एकता हेतु प्रार्थना सप्ताह, विभिन्न ख्रीस्तीय समुदायों के एकता के रास्ते पर आगे बढ़ने एवं धर्मसिद्धांतों में करीब आने हेतु एक प्रभावशाली प्रतीक है।  

परम्परा के अनुसार ख्रीस्तीय एकता हेतु प्रार्थना सप्ताह 18 से 25 जनवरी तक होता है, जिसकी विषयवस्तु इस साल है "तुम न्याय के अनुसार ही निर्णय दोगे।"

संत पापा फ्राँसिस ने ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सप्ताह आरम्भ होने के पूर्व अपने बुधवारीय आमदर्शन समारोह के दौरान लोगों से कहा था कि "फिर एक बार, इस साल हम ख्रीस्तीय एकता हेतु प्रार्थना करने के लिए बुलाये जा रहे हैं ताकि सभी ख्रीस्तीय ईश्वर की इच्छा अनुसार एक ही परिवार के सदस्य बन जाएँ।"  

अमरीका के मेथोडिस्ट कलीसिया में पुरोहित के उम्मीदवार दानिएल रेफनर ने वाटिकन न्यूज की पत्रकार लिंडा बोरदोनी से बोस्से में ख्रीस्तीय एकता पर अपने अध्ययन के अनुभव एवं दृष्टिकोण में परिवर्तन के बारे बतलाया।

दानिएल ने बोस्से में विभिन्न समुदायों से आने वाले अपने साथियों के साथ पाँच माह बीताने का अनुभव साझा करते हुए कहा, "हम स्वीटजरलैंड में जेनिवा के उत्तर में एक साथ रहते हैं। हमारा क्लास एक साथ होता है और हम ख्रीस्तीय एकता आंदोलन के इतिहास का अध्ययन करते हुए सीख रहे हैं कि सांस्कृतिक एवं धार्मिक पृष्ठभूमि में विविधता होने के बावजूद किस तरह एक साथ रह सकते हैं।" उनकी आशा है कि जो चीज और अनुभव वे इस कोर्स के दौरान प्राप्त कर रहे हैं वे उसे अपने साथ अपना देश ले पायेंगे जो उन्हें न केवल विभिन्न ख्रीस्तीय समुदायों के साथ वार्ता में बल्कि उन लोगों तक पहुँचने में मदद करेगा जो मानवीय भावना में असहमत होते। हम यदि किसी महत्वपूर्ण बात में असहमत हों फिर भी उनसे कुछ सीख सकें।     

ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सप्ताह

दानिएल ने कहा कि वे ख्रीस्तीय एकता हेतु प्रार्थना सप्ताह को महत्वपूर्ण मानते हैं क्योंकि यह ख्रीस्तीय एकता का केंद्रविन्दु है जो लोगों को उनके विभिन्न पृष्ठभूमियों के बावजूद एक साथ लाता है। उन्होंने कहा कि यद्यपि हम सब कुछ में पूरी तरह सहमत न भी हों किन्तु ख्रीस्तीय एकता का साक्ष्य देना महत्वपूर्ण है।

ख्रीस्तीय एकता को प्रोत्साहन देने हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के तत्वधान में बोस्से के विद्यार्थियों को एक सप्ताह तक रोम भ्रमण का अवसर देने पर संत पापा के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक चिन्ह है कि वाटिकन हमारे कार्यों का समर्थन करती है और हम उस समर्थन को महसूस कर सकते हैं।

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19 January 2019, 15:36