यूरोपीय समिति के महासचिव जागलैण्ड वाटिकन में यूरोपीय समिति के महासचिव जागलैण्ड वाटिकन में 

दुराचारों के विरुद्ध सन्त पापा की आवाज़ अत्यधिक महत्वपूर्ण

वाटिकन में गुरुवार को सन्त पापा फ्राँसिस से मुलाकात के उपरान्त यूरोपीय समिति के महासचिव थॉरबोर्न जागलैण्ड ने वाटिकन न्यूज़ से बातचीत में कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में दुराचारों के विरुद्ध सन्त पापा फ्राँसिस की आवाज़ अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित्त करने तथा मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिये हम सब एकजुट होकर काम कर सकते हैं।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 18 जनवरी 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन में गुरुवार को सन्त पापा फ्राँसिस से मुलाकात के उपरान्त यूरोपीय समिति के महासचिव थॉरबोर्न जागलैण्ड ने वाटिकन न्यूज़ से बातचीत में कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में दुराचारों के विरुद्ध सन्त पापा फ्राँसिस की आवाज़ अत्यधिक महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित्त करने तथा मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिये हम सब एकजुट होकर काम कर सकते हैं.

मानव के समक्ष खड़ी चुनौतियाँ

श्री जागलैण्ड ने बताया, "आज हमने मानवता के समक्ष खड़ी आम चुनौतियों पर चर्चा की, और उनमें से एक है, अधिकारियों द्वारा बल के मनमाने उपयोग के खिलाफ व्यक्तियों को कैसे सुरक्षा प्रदान की जाये. इसके अतिरिक्त, नाबालिगों के विरुद्ध यौन दुराचार, मानव तस्करी तथा मानवाधिकारों की सुरक्षा भी बड़ी चुनौतियाँ हैँ जिनपर चर्चा करना तथा जिन्हें रोकने के ठोस उपाय करना अनिवार्य है. "   

बच्चों के विरुद्ध दुराचारों को रोकने पर बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, "विश्व में सर्वत्र बच्चे वयस्कों के साथ जीवन यापन करते हैं, स्कूलों में, छात्रावासों में तथा कलीसियाई अंचलों में भी, इसलिये यह अनिवार्य है कि यौन दुराचार की समस्या पर बातचीत की जाये इा इसे समाप्त करने के लिये हर सम्भव प्रयास किये जायें. "     

उन्होंने कहा, "मैं इस तथ्य के प्रति सचेत हूँ कि सन्त पापा फ्राँसिस इस बुराई को कलीसिया से दूर करने के हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं और इसीलिये उन्होंने फरवरी माह में काथलिक धर्माध्यक्षों को एक विशिष्ट सम्मेलन के लिये आमंत्रित किया है ताकि इस समस्या पर गम्भीरतापूर्वक विचार किया जा सके तथा इसके विरुद्ध ठोस कदम उठाये जा सकें. "

सन्त पापा की आवाज़ अत्यधिक महत्वपूर्ण

श्री जागलैण्ड ने कहा, "हमारे पास सुरक्षा और रोकथाम के लिये एक न्यायिक साधन है और वह है अंतर्राष्ट्रीय संधि जिसका अनुपालन कर नाबालिगों एवं कमज़ोर वर्गों की सुरक्षा को सुनिश्चित्त किया जा सकता है."

श्री जागलैण्ड ने कहा कि उन्होंने सन्त पापा फ्राँसिस से कहा है कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जब संस्थाओं की सुरक्षा, बहुपक्षवाद, बहुपक्षीय अन्तरराष्ट्रीय संस्थानों की सुरक्षा तथा आप्रवास और ग़रीबी से निपटने जैसे मुद्दों पर बात होती है, जो निश्चित रूप से कई राजनीतिक नेताओं के लिए असुविधाजनक है, तब सन्त पापा फ्राँसिस की आवाज़ अत्यधिक महत्वपूर्ण हो उठती है.

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18 January 2019, 11:41