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कार्डिनल परिषद की सभा में संत पापा फ्राँसिस

कार्डिनल परिषद जिसकी स्थापना संत पापा फ्राँसिस ने 2013 में की थी उसकी 27वीं सभा में वे स्वयं भाग ले रहे हैं। कार्डिनल परिषद की स्थापना का उद्देश्य है विश्वव्यापी कलीसिया के संचालन में सलाह प्राप्त करना तथा रोमन कूरिया में सुधार हेतु प्रेरितिक संविधान "पास्तेर बोनुस" पर अध्ययन करना।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

कार्डिनल मंडल की 27वीं सभा संत पापा फ्राँसिस की उपस्थिति में आज सुबह आरम्भ हुई जो 12 दिसम्बर तक जारी रहेगी।

उनकी पिछली सभा 10 से 12 सितम्बर को हुई थी जिसमें मुख्य रूप से रोमन कुरिया के नये प्रेरितिक संविधान के मसौदे में अंतिम समायोजन किया गया था और जिसका अस्थायी शीर्षक "प्रेदीकाते एवंनजेलियुम" (सुसमाचार प्रचार) रखा गया था। परिषद ने संत पापा को अस्थायी विषय सौंप दिया था।

मोनसिन्योर सेमेरारो ने कहा था कि कूरिया में सुधार एक महत्वपूर्ण परिवर्तन लायेगा। उस अवसर पर यह भी जानकारी दी गयी थी कि संत पापा वाटिकन में 21 से 24 फरवरी को सभी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के अध्यक्षों से मुलाकात करेंगे तथा बच्चों एवं कमजोर युवाओं के यौन दुराचार को दूर करने पर विचार करेंगे। 9 कार्डिनलों के परिषद की पहली सभा 1 से 3 अक्टूबर 2013 को वाटिकन में हुई थी।

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11 December 2018, 16:31